कमलनाथ बोले- लॉलीपॉप पकड़ाने की राजनीति करती है BJP, उनकी घोषनाओं का न कोई सिर और न ही कोई पैर | bhopal – News in Hindi

कमलनाथ बोले- लॉलीपॉप पकड़ाने की राजनीति करती है BJP, उनकी घोषनाओं का न कोई सिर और न ही कोई पैर | bhopal – News in Hindi


गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कमलनाथ के बयान पर पलटवार किया है.

कमलनाथ ने कहा कि शिवराज सरकार (Shivraj Government) सिर्फ जनता का ध्यान भटकाने की राजनीति करती है.

भोपाल. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में 27 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव से पहले जुबानी जंग तेज हो गई है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamal Nath) ने सरकार पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि बीजेपी लॉलीपॉप और घोषणाओं की राजनीति करती है. लेकिन जनता अब उनसे 15 साल का हिसाब मांग रही है. उन्होंने कहा कि उपचुनाव तक बीजेपी सरकार रोज एक घोषणा करेगी. इन घोषणाओं का न कोई सिर और न ही कोई पैर है. इनमें गंभीरता भी नहीं है. कमलनाथ ने कहा कि शिवराज सरकार (Shivraj Government) सिर्फ जनता का ध्यान भटकाने की राजनीति करती है. साथ ही उन्होंने स्वर्गीय राजीव गांधी की जयंती पर यह भी कहा कि राजीव जी ने देश को नई दिशा दी. अगर राजीव गांधी होते तो देश की स्थिति अलग होती.

बूथ संपर्क मिशन का शुभारंभ
इस मौके पर कमलनाथ ने राजीव गांधी बूथ संपर्क मिशन का शुभारंभ किया. इस प्लान से उप चुनाव से पहले कार्यकर्ताओं को जोड़ने काम किया जा रहा है. मिशन के तहत विधानसभा प्रभारियों को ट्रेनिंग  दी जा रही है. नए कार्यकर्ताओं को जोड़कर बूथ की जानकारी से अवगत कराया जा रहा है. बूथ पर जा कर कार्यकर्ता कांग्रेस की उपलब्धियों को जनता के बीच बता रहे हैं.

कांग्रेस के प्रमाण पत्र की जरूरत नहींवहीं, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कमलनाथ के बयान पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी को कांग्रेस के किसी भी प्रमाण पत्र की जरूरत नहीं है. लेकिन अच्छा है, वो हमला करे वो विपक्ष में हैं. उन्होंने पीसीसी कमलनाथ के युवा संवाद संबोधन पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि मैं युवाओं से प्रार्थना करूंगा की वो कमलनाथ से चार हजार महंगाई भत्ते की घोषणा के बारे में पूछे. 15 महीने में कमलनाथ किसी भी एक नवजवान को महंगाई भत्ता दे पाए? 15 महीनों की सरकार में किसी को भी एक नोकरी दे पाए?  साथ ही कांग्रेस के राम राज्य के विज्ञापन पर भी नरोत्तम ने तंज कसा है. उन्होंने कहा कि ये ही अचरज है कि कांग्रेस को विज्ञापन देकर बताना पड़ रहा है कि राम हमारे हैं.अगर राम तुम्हारे है तो शक कैसे, ओर अगर नहीं है तो हक कैसा. रोम रोम में राम बसे है, विज्ञापन देना ही शक पैदा करता है.





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