भोपाल19 मिनट पहले
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फाइल फोटो।
- लोकायुक्त पुलिस ने फरियादी नर्सरी संचालक दीपांकर अग्रवाल को समन देकर तलब किया था
लोकायुक्त पुलिस ने 11 महीने पुराने रंगेहाथों पकड़ाए उद्यानिकी विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर आरबी राजौदिया से जुड़े मामले में जांच शुरू कर दी है। लोकायुक्त पुलिस ने राजौदिया की पत्नी के नाम से मिले शपथ पत्र के बाद नए सिरे से बयान लिए हैं। इस कार्रवाई की ऑडियो रिकॉर्डिंग के आधार पर रिश्वत लेते वक्त घर और कमरे में मौजूद अफसरों और फरियादी की बातचीत को रिकॉर्ड पर लिया जाएगा। लोकायुक्त पुलिस ने फरियादी नर्सरी संचालक दीपांकर अग्रवाल को समन देकर तलब किया था। नर्सरी संचालक के साथ 5 घंटे तक पूछताछ चली। उस दिन सवा लाख की रिश्वत के लेनदेन की रिकॉर्डिंग सुनी गई। रिकॉर्ड में 3 लोगों की मौजूदगी को लिया गया है।
इसलिए फिर खोली फाइल
राजौदिया को 29 सितंबर 2019 को जबलपुर में े घर पर रिश्वत लेते रंगेहाथों पकड़ा गया था। करीब 11 महीने बाद 20 अगस्त को राजौदिया कि पत्नी मिशा के नाम से लोकायुक्त को शपथ पत्र देकर शिकायत की थी। शपथ पत्र में लिखा गया है कि मेरे पति रामबाबू को रिश्वत लेते हुए फंसाया गया है। भोपाल उद्यानिकी संचालनालय में पदस्थ डिप्टी डायरेक्टर राजेंद्र कुमार राजौरिया नमामि देवी नर्मदे के प्रभारी थे। राजौरिया के कहने पर ही मेरे पति ने नर्सरी संचालक को घर बुलाया था। लोकायुक्त की कार्रवाई के दौरान राजौरिया कमरे में मौजूद थे, लेकिन उन्हें छोड़ दिया गया था।
नए सिरे से बयान व रिकॉर्ड अफसरों को भेजेंगे
लोकायुक्त डीजी ने हमसे जानकारी मांगी है। लोकायुक्त पुलिस नए सिरे से बयान और रिकॉर्ड को उच्च अधिकारियों को भेज देगी।
– अनिल विश्वकर्मा, एसपी लोकायुक्त
लोकायुक्त पुलिस ने बयान के लिए बुलाया था। करीब 5 घंटे बयान लिए गए है। रिकॉर्डिंग सुनी गई है। रिश्वत लेने के दौरान 2 अफसर उसी घर में मौजूद थे। लोकायुक्त ने दूसरे अफसर को छोड़ दिया, जबकि एक को पकड़ा था।
– दीपांकर अग्रवाल, नर्सरी संचालक
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