नरोत्तम मिश्रा ने कमलनाथ के ट्वीट का जवाब दिया है.
पूर्व सीएम कमलनाथ (ex CM Kamalnath) ने ट्वीट किया था कि जो बीजेपी (BJP) नेतागण कह रहे हैं कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार ज्योतिरादित्य सिंधिया के कारण बनी, वो उनके ख़ुद के चुनाव का परिणाम को ही एक बार फिर से देख लें. हमारी सरकार तो उनके कारण नहीं बनी थी.लेकिन बीजेपी की प्रदेश में सरकार तो सिंधिया के कारण बनी है
नरोत्तम मिश्रा ने कहा, कमलनाथ, सिंधिया को धोखा देकर खुद मुख्यमंत्री बन गए थे. इसलिए उन्हें लग रहा है बीजेपी में भी ऐसा हुआ है. लेकिन हमने ऐसा नहीं किया कि सुंदर मोड़ा दिखकर बुजुर्ग आदमी से ब्याह कर दिया. उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस अब टूटी और बिखरी है. अपना दोष दूसरों के सिर डाल रही है. कांग्रेस कार्यकर्ताओं को यह समझना जरूरी है कि कांग्रेस वो विद्यालय है, जहां कार्यकर्ता कितना ही पढ़ ले, फर्स्ट तो हेडमास्टर का बेटा ही आएगा.
दतिया को लेकर कही ये बात…
दतिया में कांग्रेस की बैठक में हुए हंगामे को लेकर नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है. पिछली बार तो कांग्रेस की बैठक में हाथापाई तक हो गयी थी. उसके वीडियो सामने आए थे. कांग्रेस में जो भी लोग हैं, उसमें से अधिकांश आयातित हैं. दतिया में तो कांग्रेस के पास ऐसे नेता है, जो अलग-अलग पार्टी से चार-चार बार चुनाव लड़ चुके हैं.
कमलनाथ ने किया था ट्वीट…
हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा था कि हमारी पार्टी में विधायक दल के नेता का चयन विधायकों की राय, पसंद के आधार पर सर्वसम्मति से किया गया था. उसके लिये निर्धारित प्रक्रिया का पालन भी किया गया था. हमारे यहां चुनाव पूर्व संगठन की मज़बूती और सरकार बनाने में किसका कितना योगदान रहा है, यह कार्यकर्ताओं से लेकर सभी को पता है. कौन यहां सिर्फ़ पर्यटन के लिये आता था. यह भी किसी से छुपा हुआ नहीं है. जो बीजेपी नेतागण कह रहे हैं कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार ज्योतिरादित्य सिंधिया के कारण बनी, वो उनके ख़ुद के चुनाव का परिणाम को ही एक बार फिर से देख लें. हमारी सरकार तो उनके कारण नहीं बनी थी.लेकिन बीजेपी की प्रदेश में सरकार तो सिंधिया के कारण बनी है. अगर सिंधिया जनता के विश्वास का सौदा न करते, लाखों कांग्रेस कार्यकर्ताओं का विश्वास न तोड़ते तो जनादेश नहीं होने के बाद भी भाजपा की प्रदेश में सरकार कैसे बनती? उसके बाद भी बीजेपी ने उन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनाया. शिवराज ख़ुद बन बैठे. जबकि जनता तो बीजेपी और शिवराज को चुनाव में नकार चुकी थी. बीजेपी ने सिंधिया के साथ बड़ा धोखा किया है. बीजेपी को उन्हें ही मुख्यमंत्री बनाना चाहिये था.