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- Manish Got Married Last Year; The Father Said Both My Sons Are In The Army; I Am Proud, One Of My Sons Was Martyred While Serving Mother India.
भोपाल10 घंटे पहले
शहीद मनीष के पिता सिद्धनाथ विश्वकर्मा ने कहा कि मुझे अपने बेटे पर गर्व है, वह देश की सेवा करते हुए शहीद हो गया।
- राजगढ़ के खुजनेर में आज होगा शहीद का अंतिम संस्कार, फूलों से सजाया गया है गांव
- मनीष की पिछले साल की हुई थी शादी, छह दिन पहले ही परिवार से हुई थी फोन पर बात
जम्मू-कश्मीर के बारामूला में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए मनीष कारपेंटर का पार्थिव शरीर बुधवार को खुजनेर पहुंच गया। अंतिम विदाई के लिए पूरे गांव को फूलों से सजाया गया। उधर, मनीष के पिता सिद्धनाथ विश्वकर्मा ने कहा कि मेरे दो बेटे हैं… दोनों सेना में हैं। मुझे फख्र है कि एक बेटा भारत माता की सेवा करते हुए शहीद हो गया। उनका कहना है कि पांच-छह दिन पहले मनीष से बात हुई थी तो उसने कहा था मैं तो अब दशहरा बाद ही आ पाऊंगा। आप आरती (पत्नी) को मायके से ले आना।
जम्मू-कश्मीर के बारामूला में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में मनीष कारपेंटर शहीद हो गए थे।
पिछले साल ही मनीष की शादी हुई थी
मनीष की शादी 19 मई 2019 को आष्टा के पास बड़ा निपानिया में आरती से हुई थी। आरती के पिता मांगीलाल ने बताया कि कश्मीर में नेटवर्क की समस्या के चलते दामादजी कभी-कभी एसटीडी से ही फोन लगाकर हमसे और आरती से बात करते थे। वे 6 माह पहले खुजनेर आए थे। मनीष के भाई भी सेना में ही हैं। वे कल ही श्रीनगर से खुजनेर आए हैं। उनका फोन आने के बाद आज सुबह मैं आरती को लेकर खुजनेर आया हूं।

सीएम शिवराज ने भोपाल में शहीद को श्रद्धांजलि दी और एक करोड़ की सम्मान राशि देने की घोषणा की।
अंतिम विदाई के लिए पहुंची हजारों की भीड़
खुजनेर की माटी के लाल भारत माता के सपूत अमर शहीद मनीष विश्वकर्मा (कारपेंटर) की पार्थिव देह बुधवार सुबह लगभग 9 बजे खुजनेर पहुंच गई। खुजनेर की माटी के लाल सेना की 11वीं बटालियन के वीर जवान मनीष दो दिन पहले जम्मू-कश्मीर के बारामूला के सलोसा इलाके में आतंकियों से सुरक्षाबलों की मुठभेड़ में लड़ते-लड़ते शहीद हो गए थे।

शहीद का पार्थिव शरीर उनके गृहनगर खुजनेर पहुंच गया है, जहां उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए हजारों की भीड़ जुटी है।
एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि मंगलवार को दोपहर शहीद मनीष की पार्थिव देह भोपाल पहुंची थी। यहां पर रात में आर्मी अस्पताल की मर्चुरी में रखा गया था। सुबह भोपाल से पार्थिव देह खुजनेर उनके घर लाई गई है। यहां सेना और पुलिस के जवान उन्हें अंतिम सलामी देंगे। वीर शहीद की नगर में अंतिम यात्रा निकाली जा रही है।

मनीष की पिछले साल ही शादी हुई थी। परिवार से आखिरी बार छह दिन पहले बात हुई थी।

फोन पर बातचीत में मनीष ने कहा कि वह दशहरा के बाद ही घर आ पाएगा।

शहीद का पार्थिव शरीर पहले भोपाल के 3 सीएमई सेंटर लाया गया था, जहां पर सीएम ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।

अपनी पत्नी आरती के साथ मनीष कारपेंटर। यह फोटो शादी की है।