बुरहानपुर11 मिनट पहले
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- पांच महीने से बंद पड़ी ताप्ती मिल, लगातार हो रही बारिश के कारण गोदाम में पहुंच गया पानी
पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश से राष्ट्रीय टेक्सटाइल कार्पोरेशन लिमिटेड की लालबाग स्थित ताप्ती मिल के गोदामों में पानी घुस गया। इससे यहां 200 बोरी सूत और 50 गठान कपास भीग गया है। इस बीच नमी से ट्रांसफार्मर में भी फाल्ट हो गया। इस कारण पिछले करीब चार दिन से मिल में बिजली भी बंद पड़ी है।
पिछले करीब एक पखवाड़ा से जिलेभर के अधिकांश हिस्सों में लगातार बारिश हो रही है। इस दौरान तेज बारिश के कारण ताप्ती मिल के सूत और कपास के गोदामों तक पानी पहुंच गया। मिल के अंदर एक पुराना और एक नया गोदाम है। सबसे ज्यादा पानी पुराने गोदाम के अंदर तक पहुंचा है। नीचे से सूत गीला न हो, इसलिए मोटी लकडि़यों पर कई टन सूत के कोन के बोरे जमाए गए थे। ऊपर से प्लास्टिक भी बिछाया। लेकिन नीचे और ऊपर से पानी के लगातार रिसाव और नमी के कारण कुछ कोन सूत सहित भीग गए। सूत्रों की मानें तो सूत की करीब 500 से ज्यादा बोरियां भीगी हैं। जानकारी मिलते ही प्रबंधन ने गीले और सूखे कोन अलग-अलग किए। एक अन्य गोदाम में क्विंटलों कपास भी भीगा है। इसे भी प्रबंधन ने छंटनी कर खराब होने से बचाने के लिए अलग किया। हालांकि प्रबंधन ऐसे किसी भी नुकसान से पूरी तरह नकार रहा है। लेकिन भास्कर को मिले मिल के गोदाम के फोटो सच्चाई को बयां कर रहे हैं। इसमें करोड़ों का सूत और कपास भीगा हुआ दिख रहा है।
स्टॉक प्रभावित नहीं, बिजली बंद है
^मिल चालू या बंद होने के कोई आदेश नहीं मिले हैं। बारिश से स्टॉक प्रभावित नहीं हुआ है। बिजली बंद हुई, इंजीनियर आए हैं, जल्द चालू हो जाएगी।
-संदीप शर्मा, प्रबंधक बुरहानपुर ताप्ती मिल
बिजली बंद होने के कारण नहीं हो पा रहे ऑफिस के काम
गणेश चतुर्थी के आसपास बारिश की नमी से मिल के एक ट्रांसफार्मर में फाल्ट हो गया था। इसके बाद पिछले करीब चार दिन से पूरे मिल की बिजली बंद पड़ी है। उत्पादन तो ठप पड़ा ही था, अब ऑफिस के काम भी नहीं हो पा रहे हैं। कुछ दिन से लालबाग फीडर से बिजली उधार ली। इससे अफसर-कर्मी ऑफिस के काम निपटा रहे थे। इस बीच प्रबंधन ने मुंबई मुख्यालय पत्राचार किया। चौथे दिन कुछ कांट्रेक्टर के इंजीनियर पुणे से बुरहानपुर आए। मंगलवार को दिनभर ट्रांसफार्मर का सुधार चलता रहा। कुछ हिस्सों में बिजली कंपनी का उजाला रहा। ऑफिस के पूरे हिस्से में अंधेरा रहा। प्रबंधक भी कुछ दिन से अंधेरे में काम करने को मजबूर हैं।
अनलॉक-4 में सूत की बिक्री शुरू होने की उम्मीद
2 पूर्व मुख्यमंत्री व सांसद केंद्रीय वस्त्रमंत्री को लिख चुके पत्र, मिल चालू होने के आसार नहीं
अनलॉक-4 शुरू होने को सिर्फ सात दिन रह गए हैं। लेकिन नेशनल टेक्सटाइल कॉर्पोरेशन लिमिटेड की ताप्ती मिल के शुरू होने के अभी कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं। जबकि देशभर की अधिकांश निजी सूत मिलें चालू हो चुकी हैं। ताप्ती मिल चालू करने के लिए दो पूर्व मुख्यमंत्री और सांसद भी केंद्रीय वस्त्र मंत्री को पत्र लिख चुके हैं। लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ है।
जून में अनलॉक-1 का पहला चरण शुरू हुआ था। इस बीच देशभर की अधिकांश निजी सूत मिलें शुरू हो गईं। 1 सितंबर से अनलॉक-4 शुरू हो रहा है। इसमें आमजन को दर्जनों राहत मिलने वाली है। कुछ रोजगार के दरवाजे भी खुलने की उम्मीद है। जानकारी के अनुसार दिल्ली से एनटीसी की मिल के रि-स्ट्रक्शन हाेने की खबरें आ रही हैं, हालांकि इसमें यह भी स्पष्ट नहीं है कि मिल चालू होगी या बंद रहेगी। बुरहानपुर ताप्ती मिल प्रबंधन कई बार मुंबई मुख्यालय से पत्राचार कर चुका है। दर्जनों बार मुख्यालय से मिल के विभिन्न प्रपोजल मंगवाए गए। इसमें मिल का स्टॉक बेचने, मिल चालू करने, स्वदेशी-चीनी मशीनों के संचालन सहित विभिन्न प्रपोजल भेजे। हालांकि उनकी ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है। मिल से जुड़े श्रमिक संगठन विरोध प्रदर्शन कर चुके हैं। इसके बाद भी कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिल पाया। भाजपा-कांग्रेस के कई स्थानीय नेता प्रदेश और केंद्र तक गुहार लगा चुके हैं। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह, पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ तथा सांसद नंदकुमारसिंह चौहान भी केंद्रीय वस्त्र मंत्री से मांग कर चुकेे हैं। लेकिन अब तक आश्वासन भी नहीं मिला है।
तीन माह बाद चालू हुआ एनटीसी का पोर्टल
लॉकडाउन के बीच मई के बाद एनटीसी का ऑनलाइन पोर्टल भी बंद हो गया था। इस कारण स्टॉक बेचने के आदेश-निर्देश भी नहीं मिल रहे थे। प्रबंधन से संकेत मिले हैं कि पोर्टल चालू हुआ है। हालांकि उसमें किसी भी प्रकार के आदेश-निर्देश नहीं आए हैं। संभवत: स्टॉक की बिक्री के आदेश की संभावना है।
उत्पादन का 30% बुरहानपुर में बिकता है सूत: मिल से उत्पन्न करीब 30 प्रतिशत सूत बुरहानपुर में बिकता है। सबसे ज्यादा सूत महाराष्ट्र के भिवंडी निर्यात होता है। इसके बाद इचलकरंजी सहित अन्य क्षेत्रों में जाता है।
मई में आखिरी बार बिका था 200 से ज्यादा बोरी सूत
लॉकडाउन के बीच मई में आखिरी बार करीब 200 से ज्यादा बोरी सूत बिका था। इसके बाद से करोड़ों रुपए के सूत का स्टॉक गोदामों में रखा हुआ है। यह कब तक बिकता है, इसकी कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही है। बताया जा रहा है कि करीब 13 करोड़ का सूत और कपास स्टॉक में है।
800 से ज्यादा परिवारों की जुड़ी है रोजी-रोटी
ताप्ती मिल से शहर के 800 से ज्यादा परिवारों की रोजी-रोटी जुड़ी हुई है। विरोध और मांगों के बाद जुलाई तक के वेतन और मानदेय का भुगतान हुआ है। स्थिति यह है कि वरिष्ठ अफसरों तक के वेतन रुके हुए हैं। पिछले करीब पांच महीने से लगभग सभी श्रमिक बेरोजगार बैठे हैं। कुछ परिवार चलाने के लिए अन्य काम कर रहे हैं।
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