MPPEB Teacher Vacancy 2020; Madhya Pradesh Shiksha Bharti Selected Candidates To Governor Anandiben Patel | मप्र शिक्षक भर्ती में चयनित उम्मीदवारों ने राज्यपाल से मांगी इच्छामृत्यु, कल रिजल्ट की कापियां जलाकर मनाएंगे बरसी

MPPEB Teacher Vacancy 2020; Madhya Pradesh Shiksha Bharti Selected Candidates To Governor Anandiben Patel | मप्र शिक्षक भर्ती में चयनित उम्मीदवारों ने राज्यपाल से मांगी इच्छामृत्यु, कल रिजल्ट की कापियां जलाकर मनाएंगे बरसी


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भोपाल11 मिनट पहले

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मध्य प्रदेश शिक्षक भर्ती में चयनित हो चुके उम्मीदवारों को ज्वाइनिंग नहीं मिल पा रही है, जिससे जगह-जगह आंदोलन कर रहे हैं।

  • चयनित उम्मीदवारों ने शिक्षक भर्ती कराने की मांग को लेकर प्रदेशभर के कलेक्टर्स को ज्ञापन दिए हैं
  • मध्य प्रदेश में शिक्षक भर्ती का रिजल्ट घोषित हुए 28 अगस्त को एक साल पूरा हो जाएगा, फिर भी नहीं मिली ज्वाइनिंग

मध्य प्रदेश में शिक्षक पात्रता परीक्षा का रिजल्ट जारी हुए एक साल पूरा हो रहा है, इसके बाद भी अब तक किसी भी अभ्यर्थी को ज्वाइनिंग नहीं दी गई है। स्कूल शिक्षा विभाग और आदिम जाति कल्याण विभाग के तहत 30,594 से अधिक शिक्षकों की भर्ती होनी है। अब इसका विरोध जताने के लिए प्रदेश भर के उम्मीदवार 28 अगस्त यानि शुक्रवार को एक साल पूरे होने पर रिजल्ट की कापियां जलाकर बरसी मनाएंगे। इसमें कई चयनित उम्मीदवारों ने राज्यपाल को पत्र लिखकर इच्छामृत्यु मांगी है।

लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा उच्च माध्यमिक शिक्षक भर्ती के 15 हजार पदों के लिए 1 जुलाई से सत्यापन प्रक्रिया शुरू की थी, लेकिन परिवहन की समस्या बताकर इस प्रक्रिया को तीन दिन बाद ही रोक दिया गया। आदिम जाति कल्याण विभाग ने भी उच्च माध्यमिक शिक्षक 2220 पूरा शेड्यूल जारी कर दिया था। लेकिन यह प्रक्रिया भी रोक दी गई। इसके चलते उम्मीदवारों ने प्रदेशभर के जिला कलेक्टर कार्यालय में जाकर भर्ती प्रक्रिया शुरू कराने अभियान चला रखा है। अब तक भोपाल सहित प्रदेश जिलों में उम्मीदवारों ने कलेक्टर्स को राज्यपाल के नाम पर कलेक्टर्स को ज्ञापन सौंपे।

उम्मीदवारों ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर अविनाश लवानिया को ज्ञापन सौंपा है।

उम्मीदवारों ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर अविनाश लवानिया को ज्ञापन सौंपा है।

सोशल मीडिया पर #GiveMPTETjoiningOrAllowToDie हैशटैग के साथ लाखों ट्वीट कर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तक अपनी मांग पहुंचाई। कोरोना संक्रमण के प्रोटोकॉल का पालन कर उनसे मिलने की कोशिश भी की गई। लेकिन भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं की जा रही है। शिक्षक भर्ती के लिए चयनित हो चुके एक उम्मीदवार आनंद मिश्रा ने बताया सितंबर 2018 में भर्ती का नोटिफिकेशन जारी हो चुका है। परीक्षा समय पर नहीं हुई तो उम्मीदवारों ने धरना प्रदर्शन किए। इसके बाद करीब 6 महीने बाद फरवरी-मार्च 2019 में प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (पीईबी) ने पात्रता परीक्षा कराई। इसके बाद इसके बाद लोकसभा चुनाव का बहाना बनाकर 6 महीने तक रिजल्ट अटकाकर रखा।

उच्च माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा का रिजल्ट 28 अगस्त 2019 को आया और माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा का रिजल्ट 26 अक्टूबर 2019 को आया। अब रिजल्ट आए हुए 1 साल हो गया है। लेकिन चयनित उम्मीदवारों को नियुक्ति नहीं दी जा रही है।

शिक्षक भर्ती के लिए चयनित उम्मीदवार दर-दर भटकने को मजबूर हैं।

शिक्षक भर्ती के लिए चयनित उम्मीदवार दर-दर भटकने को मजबूर हैं।

सरकार की बेरुखी से मानसिक प्रताड़ता झेल रहे हैं बेरोजगार युवा

अब राज्यपाल को बताने का प्रयास किया है कि शिक्षक भर्ती के लिए चयनित व वेटिंग लिस्ट में शामिल युवा बेरोजगारी से परेशान हैं। सरकार की बेरूखी से मानसिक रूप से पीड़ित हैं। इसलिए उम्मीदवार हर जिले में 28 अगस्त को शिक्षक पात्रता परीक्षा के रिजल्ट की कॉपियां जलाकर बरसी मनाएंगे। इसके बाद 5 सितंबर को शिक्षक दिवस को काले दिवस के रूप में मनाते हुए मुंडन कराएंगे और अनिश्चित कालीन भूखहड़ता शुरू करेंगे। यह विरोध प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा जब तक शिक्षक भर्ती के पूरे शेड्यूल के साथ आदेश या उम्मीदवारों की मौत नहीं हो जाती।

सीएम शिवराज भी मौन हैं

उम्ममीदवारों ने बताया कि मप्र में अंतिम बार वर्ष 2011 में हुई संविदा तौर पर शिक्षकों की नियुक्ति की गई थी। इसके बाद वर्ष 2018 में नियमित रूप में शिक्षक भर्ती शुरू की गई जो आज तक पूरी नहीं हो सकी है। उम्मीदवारों ने काेराेना काल में जारी गाइडलाइन का पालन करते हुए पुरजोर तरीके से अपना पक्ष रखा है। लेकिन अभी तक स्कूल शिक्षा मंत्री व मुख्यमंत्री द्वारा भर्ती को लेकर मौन हैं। यदि वे सार्वजनिक प्लेटफार्म पर आश्वासन देते हैं तो वे आंदोलन को वापस ले सकते हैं।

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