नोटिस देने के बाद भी बीते 7 महीने में ऋतुराज स्टोन क्रेशर ने बिजली बकाया जमा नहीं किया था.
कांग्रेस (Congress) का कहना है मंत्री जी को बिजली कनेक्शन (power connection) कटवाने की बजाय बिजली बिल जमा करवाना चाहिए था जिससे विभाग का कुछ भला होता.
95 लाख बकाया
बिजली बिल बकाया होने के कारण ग्वालियर जिले के बिलौआ में 5 संस्थानों की बिजली काटी गई है. ऋतुराज स्टोन क्रेशर पर 95 लाख रुपए की राशि बकाया थी. नोटिस देने के बाद भी जब बिल का भुगतान नहीं हुआ तो बिजली कंपनी ने ऋतुराज स्टैंड क्रेशर का बिजली कनेक्शन काट दिया. ऋतुराज स्टोन क्रेशर कैबिनेट मंत्री ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर की भाभी मनोरमा तोमर और उनके भाइयों के नाम है. नोटिस देने के बाद भी बीते 7 महीने में ऋतुराज स्टोन क्रेशर ने बिजली बकाया जमा नहीं किया था.
मंत्री ने पहले ट्वीट किया फिर निर्देशऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने पहले ट्वीट कर बिजली अधिकारियों को सबके साथ एक समान कार्रवाई करने की सलाह दी. फिर उन्होंने बिजली अधिकारियों को फोन कर ऋतुराज स्टोन क्रेशर सहित अन्य बकायादार संस्थानों के बिजली कनेक्शन काटने के निर्देश दिए. ऊर्जा मंत्री के निर्देश मिलते ही बिजली अधिकारियों ने ऋतुराज स्टोन क्रेशर सहित पांच संस्थानों की बिजली काट दी और बाकायदा इसकी विज्ञप्ति भी प्रेस के लिए जारी कर दी.
बिल जमा करवाएं मंत्रीजी
कांग्रेस ने ऊर्जा मंत्री के भाई के स्टोन क्रेशर पर बिजली बिल बकाया होने का मामला उठाया था. उसी के बाद ये कार्रवाई की गयी. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि बीते 7 महीने से प्रद्युम्न सिंह तोमर मंत्री हैं लेकिन उन्होंने अपने भाई के स्टोन क्रेशर का बिजली बिल जमा नहीं कराया.अब मामला उठा तो बिजली कनेक्शन काटने का नाटक किया जा रहा है. कांग्रेस का कहना है मंत्री जी को बिजली कनेक्शन कटवाने की बजाय बिजली बिल जमा करवाना चाहिए था जिससे विभाग का कुछ भला होता.
उच्च स्तरीय जांच की मांग
कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री लाखन सिंह यादव ने कहा बार-बार नोटिस देने के बाद भी बिजली बिल जमा नहीं करने और अवैध कनेक्शन चलाकर बिजली की खपत करने के मामले में उच्च स्तरीय जांच होना चाहिए. सरकार को बिजली बिल की राशि की वसूली पेनल्टी के साथ वसूलना चाहिए.कांग्रेस का कहना है एक तरफ जहां ₹600 का बिजली बिल नहीं देने पर उपभोक्ताओं का कनेक्शन काट दिया जाता है.लेकिन ऊर्जा मंत्री के भाई की फर्म पर 95 लाख रुपए का बकाया कैसे हो गया. इस पूरे मामले पर तत्काल कार्रवाई होना चाहिए.
सब के साथ समान रवैया
ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर का कहना है प्रदेश में सभी जगह पर एक समान कार्रवाई होगी. बिजली बिल नहीं देने पर ऋतुराज फर्म का कनेक्शन काटा गया है. बकाया राशि नहीं चुकाई तो संपत्ति भी ज़ब्त होगी. उन्होंने ये भी कहा कि उद्योगों को प्रोत्साहित करने के लिए किश्त के जरिए बिल वसूला जा सकता है. ऊर्जा मंत्री ने कहा- उपभोक्ताओं को भारी-भरकम बिल मिलने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जल्द ही कोई बड़ा फैसला लेंगे,ताकि लोगों को राहत मिल सके.
नया सिरदर्द
प्रदेश में बिजली बिलों को लेकर हमेशा सियासत होती रही है. अब जबकि खुद ऊर्जा मंत्री के भाई ही बकायेदार निकल आए तो सवाल उठना लाजिमी है. बिल भी थोड़ा बहुत न होकर 95 लाख रुपए है. ये मुद्दा ग्वालियर में होने वाले उपचुनाव में बीजेपी के लिए सिरदर्द साबित हो सकता है.