- Hindi News
- Local
- Mp
- Sagar
- 70% Monsoon Season Is Over, Last Year The Dam Was Full, Now Not Even Half Overflow Including Babir, Bila
सागर18 घंटे पहले
- कॉपी लिंक
केसली का सूरजपुर बांध भरने की कगार पर
- जिले में अब तक 709 मिमी बारिश, सबसे ज्यादा राहतगढ़ में और कम बारिश शाहगढ़ ब्लाक में
- सोनपुरा बांध और बीना नदी लबालब, बाकी छोटी नदियों में आया पानी
जिलेभर में में कम बारिश से अधिकांश डेम खाली पड़े हुए है। जबकि पिछले साल तक इनमें से 95% छोटे-बड़े बांध अगस्त महीने में ही ओवर फ्लो हो गए थे। दरअसल, इस बार जिले भर में पिछले साल की अपेक्षा 270.7 मिमी. बारिश कम हुई है। इससे लोकल चैनल से जुड़ने वाली नहरों पर बने बांधों में अभी तक पानी नहीं आ पाया है। जबकि खुरई, राहतगढ़ और बीना ब्लॉक में ज्यादा बारिश हुई है। वहां कोई बड़ा बांध नहीं है।
फिलहाल बारिश को लेकर सितंबर महीना अभी बाकी है। जिसमें कुछ बांधों के ओवर फ्लो होने की उम्मीद जताई जा रही है।जिले भर में बारिश होने वाली बारिश का आंकड़ा 1230.5 मिमी. यानी 48 इंच से ज्यादा है। इस बार अभी तक केवल 689.6 मिमी. (27 इंच) बारिश ही हो पाई है, जो सामान्य बारिश का केवल 56% है। मानसून का 70% हिस्सा निकल गया है। ऐसे में सागर जिले के 11 छोटे-बड़े बांधों में भी कुल 3 बांध ऐेसे हैं, जो अभी तक फुल हो पाए है।
इसमें से पानी ओवर फ्लो हो गया है। जबकि अन्य बांधों छोटे-बड़े बांध अपने ओवरफ्लो जलस्तर से करीब 5 से 10 फीट तक खाली है।
नदियों की स्थिति – सोनपुरा बांध और बीना नदी लबालब, बाकी छोटी नदियों में आया पानी
बीना नदी : कई किलोमीटर तक महुरा, राहतगढ़ से होती हुई उत्तर पूर्व की ओर बहती है। यह 150 से अधिक गांवों से गुजरती है। नदी अपने निशान से ऊपर बह रही है।
धसान नदी : जिले के दक्षिणी हिस्से से बहकर उत्तर दिशा की ओर जाती है। झांसी जिले की सीमा छूती है। नदी के उन्हीं हिस्सों में पानी है, लेकिन उसको रोकने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है।
सोनार और बामनेर : सोनार और बामनेर आगे जाकर केन नदी से मिलती हैं, जो यमुना नदी की सहायक नदी हैं। सुनार पर बना सोनपुरा बांध भी ओवरफ्लो है।
कोपरा और बेबस : इन दिनों नदियों में पानी अच्छा है। इसमें से राजघाट बांध ओवरफ्लो भी हो चुका है।
बरसाती सहायक नदियां : कड़ान, देहार, गधेरी, नरेन, कैथ, सुखचैन और झुनकु आदि अन्य छोटी नदियों में पानी है।
0