Water entered into even posh colony of Bhopal city; Mud itself became mud, from the children to the elders, the goods kept shifting from here to there throughout the night. | पॉश कॉलोनी में रात को 8 फीट तक घुसा पानी; सुबह उतरा तो घरों में कीचड़ ही कीचड़, बच्चों से लेकर बड़े तक रात भर सामान यहां से वहां शिफ्ट करते रहे

Water entered into even posh colony of Bhopal city; Mud itself became mud, from the children to the elders, the goods kept shifting from here to there throughout the night. | पॉश कॉलोनी में रात को 8 फीट तक घुसा पानी; सुबह उतरा तो घरों में कीचड़ ही कीचड़, बच्चों से लेकर बड़े तक रात भर सामान यहां से वहां शिफ्ट करते रहे


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भोपाल20 मिनट पहले

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भोपाल में पानी के कारण घरों के यह हालत हो गए। सारा सामान पानी में डूब गया था।

  • एक साथ 60 डुप्लेक्स में परिवार फंसे, दोस्तों और रिश्तेदारों के यहां रात गुजारनी पड़ी
  • सुबह पानी उतरा तो घरों का सामान कीचड़ में सना मिला, घर की सफाई में जुटे लोग

राजधानी भोपाल में बीते 24 घंटे में 112 मिलीमीटर से अधिक बारिश हो चुकी है। देर रात करीब 1:00 बजे के बाद बारिश थम गई, लेकिन जलभराव के कारण हालात बद से बदतर हो गए। शाहपुरा थाने से कुछ दूरी पर बनी रहवासी कॉलोनी इंडस एंपायर में बारिश का पानी भरने से 60 परिवार फंस गए। उनके लिए रात आफत भरी रही। सुबह 11.30 बजे कोलार एसडीएम राजेश गुप्ता और उनकी टीम मौके पर पहुंची, रहवासियों को आश्वस्त किया और वहां से चले गए।

रविवार की सुबह जब पानी कम हुआ तो घरों में कीचड़ भरा था, घरों के सोफे, बेड, फ्रीज, कूलर और यहां तक की ड्रेसिंग टेबल तक में पानी भर गया था। डॉ. संजय दीवान और उनका पूरा परिवार सुबह से घर की सफाई में जुटा। उन्होंने बताया कि मैं दोपहर बाद 2 बजे घर आया तो हमारी कालोनी में रास्ते से आना संभव नहीं था तो मैं पीछे की कालोनी से आया था। साढ़े 9 बजे तक इंतजार करते रहे कि पानी उतर जाएगा, लेकिन जब पानी नहीं कम हुआ तो हमने प्रशासन को फोन किया और यहां पर वोट आईं और हम किसी तरह से छतों से कूदकर बोट में बैठे और रात में दोस्त के यहां शरण ली। अब लौटे हैं तो घर का बुरा हाल है।

कालोनी निवासी डॉ. संजय दीवान। इनके घर में पानी उतरने के बाद सामान कीचड़ में सना है। घर को व्यवस्थित करने में लगे हैं।

ये लगातार दूसरा हफ्ता है, जब हमारे घर में पानी 7-8 फीट तक भर गया। पिछले शनिवार और रविवार को भी ऐसा ही हाल हुआ था, एक हफ्ते तक हम घर ठीक करते रहे और अब फिर से पूरे घर में पानी और कीचड़ हो गया है। पत्नी-बच्चे सब परेशान हैं।

सुबह पूरे घर में कीचड़ ही कीचड़ नजर आया।

सुबह पूरे घर में कीचड़ ही कीचड़ नजर आया।

घर में आठ फीट पानी भर गया, रात को भागना पड़ा

दीपेश मोहता के घर में 7-8 फीट पानी भर गया था। हमारे पड़ोस की एक कालोनी है, जिसका नाम द एड्रेस है। उन्होंने अपनी कालोनी का बेस ऊंचा कर लिया है और पानी के निकासी के लिए पाइप भी ऊंचा लगाया है। जिससे हमारी कालोनी में पानी भर गया। 25-26 घरों में पानी ही पानी था। एसडीआरएफ की टीम आई और उनके साथ बोट में बैठकर जाना पड़ा। जान बच गई, यही काफी है। घर का सामान पानी तैर रहा था। अब सफाई करेंगे घर की।

दीपेश मोहता। इनके घर में 9 फीट तक पानी भर गया था।

दीपेश मोहता। इनके घर में 9 फीट तक पानी भर गया था।

कालोनी के लोगों को सामान शिफ्ट करने का मौका भी नहीं मिला

परिवार और बच्चों के साथ वह पूरे समय घर का सामान बचाने और उसे दूसरी जगह शिफ्ट करने में जुटे रहे। बारिश रुकने के बाद रविवार को पानी कम हुआ, तो घर की हालत देख सभी ने माथा पकड़ लिया। सड़कों से लेकर घर के अंदर तक कीचड़ ही कीचड़ हो गया। सामान को पलंग और बेड पर रखा गया। जो बचा सकते थे, उसे पहली मंजिल पर शिफ्ट किया गया, जबकि अन्य सामान पानी में बह गया।

सड़कों से लेकर पूरे घर में इस तरह हालत हो गए।

सड़कों से लेकर पूरे घर में इस तरह हालत हो गए।

कीचड़ और पानी में सना सामान मिला है

डॉ. अतुल अग्रवाल ने बताया कि छह महीने में हमारी पड़ोस में एक कालोनी डेवलप हो रही है। उन्होंने अपना बेस इतना ऊंचा कर लिया है कि हमारी कालोनी का ग्राउंड फ्लोर में पानी भर गया, जिससे रेस्क्यू टीम ने बोट में जंप कराके यहां फंसे लोगों को बाहर निकाला गया। यहां पर बुजुर्ग रहते हैं, बच्चे रहते हैं। गली में पानी भरा, इसके बाद घरों में पानी भर गया। अब सुबह हुई तो यहां पर घरों में सामान कीचड़ और पानी सना हुआ है।

डॉ. अतुल अग्रवाल। उन्होंने बताया कि लोगों को बोट में फर्स्ट फ्लोर से जंप कराकर बचाया गया।

डॉ. अतुल अग्रवाल। उन्होंने बताया कि लोगों को बोट में फर्स्ट फ्लोर से जंप कराकर बचाया गया।

रात भर समान शिफ्ट करने और सुबह साफ-सफाई करने में लगे लोग।

रात भर समान शिफ्ट करने और सुबह साफ-सफाई करने में लगे लोग।

बारिश के कारण बाहर का कचड़ा भी घरों में घुस गया।

बारिश के कारण बाहर का कचड़ा भी घरों में घुस गया।

रात भर पानी निकालते रहे
रहवासियों ने बताया कि इंडस एंपायर में करीब 60 परिवार रहते हैं। बारिश के कारण यहां पर पूरी कॉलोनी के अंदर पानी भर गया। सड़के तो लबालब थी हीं, घरों में भी पानी घुस गया था। पानी बढ़ने पर छोटे-मोटे और पानी में खराब होने वाले सामान को किसी तरह पहली मंजिल पर शिफ्ट किया। कुर्सी-टेबल को पलंग के ऊपर रखा, जबकि भारी सामान को यूं ही छोड़ना पड़ा।

घरों के अंदर गाड़ियां तक डूब गई थीं।

घरों के अंदर गाड़ियां तक डूब गई थीं।

देखते ही देखते पानी पहली मंजिल की 4 सीढ़ी के ऊपर पहुंचने लगा, तो पूरे परिवार के साथ पहली मंजिल पर ही रात बिताई। रात भर पानी घटने का इंतजार करते रहे। सुबह जब पानी घटा, तो पूरे घर में कीचड़ ही कीचड़ था। यह हालत अकेले यहीं के नहीं कोलार के दामखेड़ा में तो पूरे गांव को ही सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है।

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