सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में जांच के दौरान ड्रग का एंगल सामने आया है. फाइल फोटो.
शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Sarang) सरकार के मंत्री विश्वास सारंग (Vishwas Sarang) ने केन्द्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को चिट्ठी लिखी है.
विश्वास सारंग ने चिट्ठी में लिखा कि ‘फिल्म स्टार्स में बढ़ते ड्रग्स के प्रचलन और उसकी रोकथाम को लेकर मैं आपका ध्यान आकर्षित करना चाहता हूं. आजकल युवाओं के आइकॉन फिल्म अभिनेता बन गए हैं. यह अपने फेवरेट फिल्मी सितारों की स्टाइल ड्रेस आदि की कॉपी ही नहीं करते बल्कि उनकी जैसी लाइफस्टाइल भी अपनाने लगे हैं. उन्होंने आगे लिखा कि सुशांत सिंह केस में ड्रग से जुड़े होने की खबरें आ रही हैं. फिल्म स्टार्स में ड्रग्स का प्रचलन बढ़ने से देश के युवाओं पर भी बुरा प्रभाव पड़ रहा है और इनसे प्रभावित होकर ड्रग्स की ओर आकर्षित हो रहे हैं’.
खिलाड़ियों की तरह हो डोप टेस्ट
विश्वास सारंग ने लिखा कि खेलों से ड्रग्स के बढ़ते चलन को रोकने के लिए किसी भी खिलाड़ी का कभी भी डोप टेस्ट लिया जा सकता है. इसके लिए संबंधित फेडरेशन को जिम्मेदारी दी गई है. खिलाड़ियों का डोप टेस्ट विश्व डोपिंग विरोधी संस्था या राष्ट्रीय डोपिंग विरोधी संस्था द्वारा किया जाता है. किसी प्रतियोगिता से पहले या प्रशिक्षण शिविर के दौरान डोप टेस्ट लिए जाते हैं. दोषियों को 2 साल की सजा से लेकर आजीवन आजीवन पाबंदी तक सजा का प्रावधान है. खिलाड़ियों में इस प्रकार का टेस्ट अनिवार्य रूप से ड्रग्स पर लगाम लगाने के लिए किया जाता है.नियमावली में प्रावधान करने की मांग
मंत्री सारंग ने लिखा कि कोरोनावायरस के चलते देश में हुए लॉकडाउन के बाद फिल्मों और टीवी सीरियल की अनलॉक एक में कुछ अहम नियमावली के साथ शूटिंग को अनुमति दी गई थी, जिसमें प्रमुख शर्त थी कि सेट पर आने वाले हर व्यक्ति को कोरोना टेस्ट करना जरूरी है और उसकी रिपोर्ट के आने के बाद ही उन्हें सेट पर आने की अनुमति दी जाएगी. ऐसे ही ड्रग्स टेस्ट को लेकर किया जाए और फिल्म स्टार और फिल्म उद्योग से जुड़े लोगों को फिल्म शूटिंग शूटिंग के समय डोप टेस्ट अनिवार्य किया जाए. खिलाड़ियों की तरह ही किसी भी फिल्म स्टार्स का कभी भी डोप टेस्ट किए जाने को लेकर नियम बनाएं और नशे से संबंधित किसी भी तरह की पार्टियों को पूरी तरीके से प्रतिबंध किया जाए.