सीएम शिवराज ने जेईई परीक्षार्थियों से वादा किया था. (शिवराज सिंह, फाइल फोटो)
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) सरकार ने सभी जेईई मेंस व नीट (JEE-NEET) के परीक्षार्थियों को सरकार के वाहनों से आने व जाने की व्यवस्था का वादा किया है.
सीहोर के रहने वाले भीम सिंह सलूजा अपने बेटे को लेकर बीते 1 सितंबर को भोपाल पहुंचे. सलूजा कहते हैं कि उन्होंने कई बार 181 नंबर पर कॉल किया, लेकिन कॉल रिसीव न होने के बाद आखिरकार अपनी गाड़ी से ही बेटे को भोपाल स्थित एग्जाम सेंटर पर परीक्षा दिलाने पहुंचे. हालांकि जबलपुर, भोपाल समेत अन्य दूसरे शहरों में कई परीक्षार्थियों को सरकार की इस सुविधा का लाभ मिला.
इनको नहीं मिली सुविधा
शाजापुर की कालापीपल के दिनेश कुमार अपने बेटे को परीक्षा दिलाने के लिए मंगलवार को बाइक से ही भोपाल स्थित एग्जाम सेंटर पर पहुंचे. दिनेश कुमार का कहना है कि 181 पर कॉल किया रजिस्ट्रेशन भी कराया. जब देर रात तक कोई रिस्पांस नहीं मिला तो फिर देर रात ही बाइक से घर से निकले. बाइक से ही परीक्षा दिलाने बेटे को एग्जाम सेंटर तक पहुँचाया. सिवनी मालवा की श्रीराम बकोरिया अपने भाई को एग्जाम दिलाने के लिए अपने वाहन से ही भोपाल पहुंचे श्रीराम बकोरिया को भी परिवहन की कोई सुविधा सरकार की तरफ से नहीं मिली ऐसी में वह खुद अपने भाई को एग्जाम दिलाने के लिए भोपाल पहुंचे.ये भी पढ़ें: RTI में लापरवाही करने पर अफसरों का खराब होगा CR, अब हर हाल में देनी होगी जानकारी
कमलनाथ ने कसा तंज
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ ने सरकार पर तंज कसा है. कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा- शिवराज जी आपकी एक और घोषणा का हश्र पुरानी घोषणाओं की तरह ही हुआ. जेईई-मेन्स व नीट परीक्षा को लेकर आपने प्रदेश में परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्रो तक पहुंचने के लिये सरकार की ओर से निशुल्क परिवहन सुविधा उपलब्ध कराये जाने की घोषणा बढ़-चढ़कर की थी, लेकिन इस सुविधा से सैंकड़ों छात्र वंचित रह गए.
सीएम शिवराज ने किया था वादा
जेईई मेंस एग्जाम से ठीक एज दिन पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर बयान जारी किया था कि एग्जाम सेंटर तक परीक्षार्थियों को पहुंचाने परिवहन की व्यवस्था की जाएगी. परीक्षार्थियों का एग्जाम सेंटर तक पहुंचाने और वापस छोड़ने परिवहन की व्यवस्था की जाएगी. छात्रों को अपने ग्रामीण इलाकों से विकासखंड मुख्यालय और जिला मुख्यालय तक आना होगा. विकासखंड मुख्यालय जिला मुख्यालय से ही परीक्षार्थियों को एग्जाम सेंटर तक पहुंचाया जाएगा. जेईई मेंस और नीट की परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों को सरकार की तरफ से परिवहन की निशुल्क व्यवस्था की जाएगी, ताकि परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र तक पहुंचने में कोई दिक्कत ना हो.