बुरहानपुर2 घंटे पहले
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ब्लॉक के ग्राम झिंगाधड़ में डूब प्रभावित किसानों को खेतों में जाने के लिए 2018 में एनएचडीसी ने करीब 1.48 लाख रूपए की लागत से रोड का निर्माण कराया था। यह रोड बैकवाटर में डूब गया है। दरअसल रोड का निर्माण एनएचडीसी को 263 मीटर ऊंचाई पर करना था। लेकिन राजनैतिक हस्तक्षेप के चलते रोड का निर्माण 261 मीटर ऊंचाई पर कराया गया। ऐसे में अब दर्जनों किसानों के खेतों में जाने का रास्ता ही बंद हो गया। बैकवाटर 262 पर पहुंचने से रोड पर जलभराव होने से यह स्थिति बनी है। वर्ष 2018 में रोड के निर्माण के दौरान भाजपा की सत्ता होने के चलते नेताओं के दबाव में रोड की ऊंचाई नहीं बढ़ाई गई। ग्राम के किसान रमण मीणा, रामनिवास मीणा, ओमप्रकाश डोडे, जयपाल सिंह, ओंकार सिंह, बृजमोहन, गोरेलाल गुर्जर, बलराम पंवार, संतोष, विष्णु प्रसाद, बद्री प्रसाद आदि ने बताया कि इस रोड के निर्माण के लिए 15 साल से गांव के लोग परेशानी उठा रहे थे। लेकिन जब रोड का निर्माण किया गया तो एनएचडीसी के अफसरों ने राजनैतिक दवाब में रोड का निर्माण निर्धारित जगह नहीं करते हुए सिर्फ एक किसान को फायदा पहुंचाने डूब लेवल पर निर्माण करा दिया। जिसके कारण 262 मीटर पर बैववाटर का भराव होते ही रोड डूब गया। जबकि इस रोड को 263 मीटर से अधिक ऊंचाई पर निर्मित करना था। शासन के करोड़ों रूपए पानी में बहा दिए गए। रोड डूबने से गांव के दर्जनों किसानों के खेतों में जाने के रास्ते बंद हो गए।
बैकवाटर में बढ़ा है जलस्तर
^262 मीटर पर जलभराव होने के अलावा नदी में जलस्तर बढऩे से बैकवाटर का स्तर भी बढ़ा है। इसी के कारण झिंगाधड़ में रोड भी डूबा है। जलस्तर कम होते ही रोड से आवागमन सुचारू हो जाएगा। शीघ्र ही इंजीनियर को मौके पर भेजकर जांच कराएंगे।
शरद जयकर, प्रबंधक सिविल शाखा एनएचडीसी खंडवा
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