Shantidhara Abhishek on the last day of Dashalakshana Mahaparva, the collective parana of ascetics today | दसलक्षण महापर्व के अंतिम दिन शांतिधारा अभिषेक, तपस्वियों का सामूहिक पारणा आज

Shantidhara Abhishek on the last day of Dashalakshana Mahaparva, the collective parana of ascetics today | दसलक्षण महापर्व के अंतिम दिन शांतिधारा अभिषेक, तपस्वियों का सामूहिक पारणा आज


जावरा13 मिनट पहले

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दसलक्षण महापर्व के दसवें दिन मंगलवार को उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म दिवस मनाया। दिगंबर जैन समाजजन ने पर्युषण पर्व के तहत मंदिरों में पूजा-अर्चना, अभिषेक व शांतिधारा की गई। मंगलाचरण का लाभ जितेंद्र कोठारी, राजेश कोठारी परिवार रहे। चातुर्मास समिति ने सामूहिक रूप से पूजा विधान किया। समापन पर प्रश्न मंच रखा जिसमें प्रवचन दौरान महत्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर देने वाले स्वाध्यायजन का राष्ट्रसंत प्रमुखसागरजी ने पुरस्कृत किया। आरती हुई। बुधवार को सुबह 8 बजे सभी तपस्वियों का सामूहिक पारणा होगा। सुबह मंदिर पर की गई शांतिधारा का लाभ सुभाष, नितिन व राहुल बरैया परिवार सहित अरविंद जैन, सुभाष जैन, सुमन जैन, रमेश कासलीवाल, शांतिलाल अग्रवाल परिवार ने लिया। आचार्यश्री प्रमुखसागरजी ने पर्युषण के अंतिम दिन कहा कि बाहर की दुनिया से विरक्त होने का नाम है ब्रह्मचर्य। ब्रह्मचर्य की साधना जैसे-जैसे पूरी होती है, वैसे-वैसे दुष्टप्रवृत्तियां स्वत: छूट जाती है। संचालन विजय औरा ने किया।

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