भोपाल11 घंटे पहले
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भोपाल के अशोका गार्डन इलाके में 23 साल के युवक ने पेट दर्द से परेशान होकर फांसी लगा ली। -प्रतीकात्मक फोटो
- युवक को करीब तीन साल से पेट में दर्द की शिकायत थी, इसका इलाज करवा रहा था
- लीवर और किडनी में सूजन होने से तकलीफ बढ़ गई थी, ऐसे में हमेशा चिल्लाने लगता था
भोपाल के अशोका गार्डन इलाके में पेट दर्द से परेशान होकर एक युवक ने सुसाइड कर ली। वह मंगलवार रातभर दर्द से परेशान रहा था। बुधवार सुबह पिता उसे सुलाकर ड्यूटी पर चले गए। शाम को लौटे तो दरवाजा बंद था। बेटे को सोता समझकर गेट से लौट गए। देर रात भी दरवाजा नहीं खुला तो गेट तोड़ा। अंदर बेटा फांसी के फंदे पर लटका मिला। हालांकि पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला।
मूलत: दमोह के रहने वाले लक्ष्मण विश्वकर्मा भोपाल में प्राइवेट नौकरी करते हैं। यहां वे अशोका गार्डन थाना क्षेत्र के सेमरा इलाके में अपने दो बेटों के साथ रहते हैं। मंगलवार को उनके 23 साल के छोटे बेटे ने फांसी लगा ली। लक्ष्मण ने बताया कि बड़ा बेटा बाहर गया है। छोटा बेटा धरम मंगलवार सुबह 4 बजे काम से लौटा। उसने पेट में दर्द होने के बारे में बताया। उसे सुलाकर मैं काम पर चला गया।
पिता शाम को 6 बजे घर पहुंचे तो अंदर से दरवाजे बंद थे। आवाज लगाई, लेकिन कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला। लक्ष्मण ने कहा कि मुझे लगा कि बेटा सो रहा होगा। उसे थोड़ी देर और सोने देता हूं। उसके बाद मैं चाय पीने निकल गया। देर रात लौटा तब भी धरम ने कोई जवाब नहीं दिया। पड़ोसियों की मदद से दरवाजा खोलकर अंदर पहुंचे तो बेटा फंदे पर लटका था। रात करीब 12 बजे घटना की पुलिस को सूचना दी।
तीन साल से पेट का इलाज चल रहा था
लक्ष्मण ने बताया कि उनकी पत्नी की करीब 15 साल पहले मौत हो चुकी है। उसके बाद वे धरम और बड़े बेटे अमर को लेकर भोपाल आ गए थे। धरम को पिछले तीन साल से पेट में दर्द की शिकायत थी। उसका प्राइवेट अस्पताल में इलाज भी करा रहे थे। सोनोग्राफी में डॉक्टरों ने बताया कि उसे पेट और किडनी में सूजन है। इसके बाद डॉक्टरों ने दवाई दी थी। वह इतना परेशान हो गया था, यह कभी समझ में नहीं आया।
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