2010 में आयकर विभाग की टीम ने भोपाल में जोशी दंपति के ठिकानों पर छापा मारा था. कार्रवाई के दौरान 100 करोड़ की काली कमाई का खुलासा हुआ था
अभी तक जोशी दंपति ( IAS Joshi couple) की जितनी भी संपत्ति अटैच की गई थी और आगे जिस पर कुर्की की कार्रवाई होना है, उनमें फेथ क्रिकेट अकादमी की 10 एकड़ जमीन शामिल नहीं थी. इस जमीन का बाजार मूल्य करीब 10 करोड़ रुपए आंका गया है.ये जमीन अरविंद जोशी के माता-पिता के नाम है
रातीबड़ की जिस 15 एकड़ जमीन पर क्रिकेट अकादमी बनी है.उसमें से 10 एकड़ जमीन अरविंद जोशी के माता पिता के नाम निकली है. आयकर विभाग की जांच में इस बात की पुष्टि होने की खबर है. आयकर विभाग जोशी दंपति की इस संपत्ति को भी अटैच कर देगा. यदि इस जमीन पर अटैचमेंट की कार्रवाई होती है तो राघवेंद्र सिंह तोमर के पास सिर्फ 5 एकड़ जमीन रह जाएगी. यह जमीन क्रिकेट अकादमी के लिए पर्याप्त नहीं है. इसलिए जिस जमीन पर करोड़ों की अकादमी बनाई गई है उस पर खतरे के बादल मंडराने लगे हैं.
जोशी दंपति से फेथ ग्रुप का कनेक्शन
हाल ही में दिल्ली से आयी आयकर विभाग की टीम ने फेथ बिल्डर राघवेंद्र सिंह तोमर और गोल्डन कंपनी के मालिक बिल्डर पीयूष गुप्ता के खिलाफ कार्रवाई की थी.कार्रवाई में इस बात का खुलासा हुआ है कि जिस रातीबड़ की 15 एकड़ जमीन पर फेथ क्रिकेट अकादमी बनी है, उसमें 10 एकड़ जमीन अरविंद जोशी के पिता एचएम जोशी और उनकी मां निर्मला जोशी के नाम है. आयकर विभाग अब इस बात की भी जांच कर रहा है कि जोशी दंपति की दूसरी संपत्तियों से भी तो कहीं राघवेंद्र सिंह तोमर या फिर पीयूष गुप्ता का कनेक्शन नहीं है.इसलिए अटैच हो गई संपत्ति
2010 में आयकर विभाग की टीम ने भोपाल में जोशी दंपति के ठिकानों पर छापा मारा था. कार्रवाई के दौरान 100 करोड़ की काली कमाई का खुलासा हुआ था. इसमें 220 एकड़ कृषि भूमि, फ्लैट, घर और प्लॉट शामिल हैं. 40 प्रॉपर्टी में माता पिता के नाम 10 प्रॉपर्टी, नौकर और उसके परिवार के नाम पर 10 प्रॉपर्टी शामिल हैं. इनकी जमीनें रायसेन, सीहोर और मंडला में भी हैं. साथ ही मंडला स्थित कान्हा नेशनल पार्क में एक रिसोर्ट बनाने की जानकारी भी मिली थी. 4 करोड़ रुपए की बीमा पॉलिसी थी. अभी तक जोशी दंपति की जितनी भी संपत्ति अटैच की गई थी और आगे जिस पर कुर्की की कार्रवाई होना है, उनमें फेथ क्रिकेट अकादमी की 10 एकड़ जमीन शामिल नहीं थी. जमीन का बाजार मूल्य करीब 10 करोड़ रुपए आंका गया है.अकादमी की जमीन पहले अटैच होगी, उसके बाद अटैचमेंट का नोटिस देकर जवाब मांगा जाएगा. जवाब अगर संतोषजनक नहीं हुआ तो उसके बाद कुर्की की जाएगी.
बीजेपी-कांग्रेस आमने सामने
राघवेंद्र सिंह तोमर को लेकर बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने आ गए हैं. प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता अजय सिंह यादव का कहना है, भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए सरकार की मंशा ठीक नहीं है. बीजेपी सरकार में ही भ्रष्ट अधिकारी फलते फूलते हैं. उन्हें राजनीतिक संरक्षण मिलता है. प्रदेश बीजेपी प्रवक्ता राजेश अग्रवाल का कहना है.भ्रष्ट अधिकारियों का साथ देना कांग्रेस का व्यवहार है. बीजेपी जब-जब सरकार में आयी तब तब कई बड़ी कार्रवाई की गयीं.