On the instructions of the CM, the services of Balaghat District Manager Suspend, Quality Controller terminated; Poultry grade rice distributed from ration shops | सीएम के निर्देश पर बालाघाट जिला प्रबंधक सस्पेंड, क्वालिटी कंट्रोलर की सेवाएं समाप्त; राशन दुकानों से बांट दिया पोल्ट्री ग्रेड का चावल

On the instructions of the CM, the services of Balaghat District Manager Suspend, Quality Controller terminated; Poultry grade rice distributed from ration shops | सीएम के निर्देश पर बालाघाट जिला प्रबंधक सस्पेंड, क्वालिटी कंट्रोलर की सेवाएं समाप्त; राशन दुकानों से बांट दिया पोल्ट्री ग्रेड का चावल


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भोपाल7 मिनट पहले

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यहां से लिए गए थे चावल के सैंपल

  • खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के अधिकारियों ने राशन दुकानों से लिए थे चावल के 32 सैंपल

कोरोना महामारी के बीच बालाघाट और मंडला जिले में सरकारी राशन की दुकानों से पोल्ट्री ग्रेड का चावल बांटे जाने का मामले सामने आने पर सियासत गरमा गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस मसले को गंभीरता से लेते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसके बाद बुधवार शाम को जिम्मेदार क्वालिटी कंट्रोलर की सेवाएं समाप्त कर दी हैं और जिला प्रबंधक को सस्पेंड कर दिया है। मिलर्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।

इधर, सुबह पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पोल्ट्री ग्रेड का चावल लोगों को बांटे जाने पर कड़ी आपत्ति जताई थी। नाथ ने कहा कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत जिस चावल का वितरण किया गया, वो मनुष्यों के खाने के लायक नहीं था। यह इंसानियत व मानवता को तार-तार करने वाला होकर एक आपराधिक कृत्य है। इस मामले में जो भी दोषी है उन पर कड़ी कार्रवाई की जाए।

इधर, जब यह मामला गरमाया तो खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने कहा कि प्रदेश में उप चुनाव होना है। इसलिए राशन की दुकानों से खराब चावल कांग्रेस ने ही बंटवा दिया हो, इससे इंकार नहीं किया जा सकता। फिर भी जांच करवाई जाएगी इसमें जो भी दोषी होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा।

यह था मामला… राशन दुकानों से लिए थे चावल के 32 सैंपल
दरअसल, केंद्र के उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के अधिकारियों की एक टीम ने बालाघाट और मंडला जिले में वेयर हाउस और राशन की दुकानों से चावल के 32 सैंपल लिए थे। यह सैंपल 30 जुलाई से 2 अगस्त के बीच एकत्रित किए गए।

जांच : इन सैंपलों को केंद्र की सेंट्रल ग्रेन एनालायसिस लैब में जांच के लिए भेजे। लैब ने बताया कि सैंपल ह्यूमन कंजंम्शन के योग्य नहीं पाए गए, जो चावल सप्लाई किया वह पोल्ट्री ग्रेड का था। यह चावल बकरी, घोड़े,भेड़ के खाने के लायक होता है।

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