Coriona before JEE; Do not be afraid, stay in preparation, sit in exam | जेईई से पहले कोरोना; डरे नहीं तैयारी में डटे रहे, संक्रमण से जीते और तनावमुक्त होकर परीक्षा में शामिल भी हुए

Coriona before JEE; Do not be afraid, stay in preparation, sit in exam | जेईई से पहले कोरोना; डरे नहीं तैयारी में डटे रहे, संक्रमण से जीते और तनावमुक्त होकर परीक्षा में शामिल भी हुए


इंदौर22 मिनट पहले

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  • कोरोना से लड़ाई में जीते और तनावमुक्त होकर परीक्षा में शामिल

अनुराग शर्मा, कोरोना से हर व्यक्ति अपने-अपने स्तर पर अपने-अपने तरीके से लड़ रहा है। कई छात्र भी ऐसे हैं जो कोरोना के बीच खुद को जेईई जैसी परीक्षा के लिए तैयार कर रहे हैं। इनमें ऐसे छात्रों की भी कहानी है जो खुद कोरोना संक्रमित थे। परीक्षा में शामिल होने पर भी खतरा मंडरा रहा था, लेकिन कोरोना से लड़ाई में जीते और तनावमुक्त होकर परीक्षा में शामिल भी हुए।

केस 1 : एक दिन पहले ही कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई, परीक्षा देने आए

मनावर के ऋषिकेश मुकाती। 26 अगस्त को कोरोना पॉजिटिव हो गए। पिता राजेश मुकाती के साथ एक ही कमरे में भर्ती रहे। हालत सामान्य थी तो अस्पताल में पढ़ाई जारी रखी। ऋषिकेश बताते हैं मैं अपने नोट्स और ई-लेक्चर्स लेकर ही अस्पताल गया था। नियमानुसार 4 तारीख को रिपोर्ट निगेटिव आने पर डिस्चार्ज किया जाता,लेकिन 2 की ‘शाम को रिपोर्ट निगेटिव आ गई। 3 तारीख को परीक्षा दी।

केस 2 : पेपर से एक दिन पहले ही डिस्चार्ज हुए पापा, उम्मीद नहीं हारे

अंतरिक्ष खांडेकर को उस समय आघात लगा जब उनके पिता परीक्षा से 8 दिन पहले कोरोना संक्रमित हो गए। अंतरिक्ष बताते हैं कि पापा के संक्रमित होने से पढ़ाई में कम समय दे पाता था। हालांकि समय पर अस्पताल ले गए और सब कुछ ठीक रहा। सबसे अच्छी बात ये रही कि परीक्षा से एक दिन पहले पापा डिस्चार्ज होकर घर आ गए। तनावमुक्त होकर पेपर दिया और अच्छा रहा।

केस 3 : जनवरी की एग्जाम से एडवांस्ड क्वालिफाई कर लूंगा, क्यों भीड़ में आऊं

जेईई का एक प्रतिभागी ऐसा भी है जो न खुद संक्रमित है, न ही उनका कोई परिजन, लेकिन फिर भी वे परीक्षा में ‘शामिल नहीं हो रहे हैं। नाम न छापने की शर्त पर प्रतिभागी ने बताया जनवरी में हुई जेईई दी थी। मुझे यकीन है कि जनवरी में मिले अंकों के आधार पर ही मैं जेईई एडवांस्ड के लिए क्वालिफाई कर लूंगा। सितंबर में ही जेईई एडवांस्ड में ‘शामिल होना है, इसलिए सुरक्षा के लिहाज से इस परीक्षा में शामिल नहीं हुआ।

इधर, तीनों परीक्षा केंद्रों पर दिल्ली से नजर रख रहे एनटीए के अधिकारी
जेईई प्रतिभागियों को कोरोना से बचाने के साथ ही नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को रोकने के लिए भी व्यापक स्तर पर तैयारियां की हैं। ये पहला मौका है जब एनटीए के अधिकारी दिल्ली में बैठकर शहर के हर परीक्षा केंद्र पर लाइव वॉच रख रहे हैं। इसके अलावा हर केंद्र पर एनटीए का एक अधिकारी पूरे समय मौजूद भी रहता है। दोनों ही बदलाव नए हैं और नीट में भी दोहराए जाएंगे।जेईई और नीट जैसी परीक्षाओं को लेकर एनटीए वैसे ही बहुत सतर्कता और गोपनियता बरतता है लेकिन इस बार विशेष प्रयास किए हैं।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, शहर में बनाए गए तीनों परीक्षा केंद्रों पर लगे सीसीटीवी कैमरों को सीधे दिल्ली में कंट्रोल रूम से जोड़ा गया है। अधिकारी वहां बैठकर पल-पल की जानकारी ले रहे हैं। ऐसी भी व्यवस्था है कि यदि उन्हें कैमरे में डिस्टेंसिंग टूटती या अनाधिकृत व्यक्ति परिसर में नजर आया तो वे सीधे वहीं से गड़बड़ी को दूर भी करवा सकते हैं। इसके पहले केंद्र को सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग एनटीए का सौंपनी होती थी। इसी प्रकार पिछले साल तक परीक्षा पर नजर रखने के लिए एनटीए के अधिकारियों का एक दल आता था।

संक्रमित प्रतिभागी नहीं बैठ सकेंगे परीक्षा में
एनटीए ने कोरोना संक्रमित छात्रों को परीक्षा में नहीं बैठाने के निर्देश परीक्षा केंद्रों को दिए हैं। इससे पहले लक्षण वाले छात्रों को लेकर तो एनटीए ने कहा था कि उन्हें आइसोलेशन रूम में बैठाना होगा और पीपीई किट में इनविजिलेटर परीक्षा लेंगे लेकिन संक्रमितों के लिए नहीं।

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