कांग्रेस मामले की शिकायत राष्ट्रपति और पीएम से भी करेगी.
गरीबों को जानवरों वाला चावल (Rice) बांटने को लेकर मध्य प्रदेश में सियासत तेज हो गई है. कांग्रेस ने इस मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) से सीबीआई जांच कराने की मांग की है.
कांग्रेस नेता ने सरकार से की ये मांग
पूर्व नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस नेता अजय सिंह ने राज्य सरकार से सभी जिलों में चावल के वितरण पर रोक लगाने की मांग की है. साथ ही आशंका जताई है कि मिलर्स की मिलीभगत के साथ प्रदेश का अच्छा चावल बाजार में बेचा जा रहा है. जबकि यूपी और बिहार का रीसाइकिल्ड चावल राशन दुकानों में सप्लाई हो रहा है. इसमें बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है. अजय सिंह ने गरीबों में चावल के वितरण को रोक लगाने के साथ गेहूं और दाल का वितरण करने की मांग की है.
चावल के 57 सैंपल अमानकराज्य सरकार ने बालाघाट और मंडला में अमानक चावल बांटने के मामले में मिलर्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. जांच में 2 जिलों के चावल के 57 सैंपल अमानक पाए गए हैं. वहीं,शिवराज सरकार ने पूरे प्रदेश में चावल की गुणवत्ता को जांचने के लिए 51 दलों का गठन किया है. 51 संयुक्त दल भारतीय खाद्य निगम और खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम के अफसरों के हैं. इन जांच दलों ने अब तक 1021 सैंपल लिए हैं, जिनकी शुरुआती जांच में 57 सैंपल अमानक निकले हैं. राज्य सरकार ने घटिया क्वालिटी के चावल मिलर्स को वापस कर क्वालिटी वाले चावल लेने के निर्देश भी जारी किए हैं.