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- Indore Crime Branch Arrested Thuggee, Who Cheated Lakhs Of Rs 35 Lakh
इंदौर2 मिनट पहले
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आरोपी हितेश के खिलाफ अभी आधा दर्जन से ज्यादा केस हुए हैं।
- क्राइम ब्रांच ने मरीमाता चौराहे से ठग को गिरफ्तार किया, अब तक आधा दर्जन लाेगों को झांसे में लेकर करीब 35 लाख ठगे
- लैपटॉप और मोबाइल की फ्रेंचाइजी दिलाने के नाम पर भी वसूले लाखों रुपए, प्रदेश के बाहर के लोगों को भी बनाया शिकार
क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे शातिर ठग को गिरफ्तार किया है, जो इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स, कस्टम के सस्ते मोबाइल उपलब्ध कराने, सस्ता लोन दिलाने, लैपटॉप और मोबाइल की फ्रेंचाइजी दिलाने, स्मंलिंग का सोना सस्ते दामों में दिलाने के नाम पर लोगों को झांसे में लेता था। झांसे में आते ही वह लोगों से रुपए ठगने लगता था। इंदौर के वकील के साथ ही प्रदेश के बाहर भी कई लोग ठगोरे का शिकार हुए हैं। पुलिस को अब तक आरोपी के खिलाफ आधा दर्जन से ज्यादा शिकायतें मिली हैं। इनसे करीब 35 लाख रुपए की ठगी की है।
क्राइम ब्रांच के अनुसार शिकायत के बाद आरोपी हितेश पिता कोमल लाल बगोरा निवासी ब्रह्मबाग कॉलोनी मरीमाता इंदौर मूल निवासी खंडवा को मरीमाता इंदौर से गिरफ्तार किया गया है। देवेन्द्र पिता हीरालाल जैन निवासी 60 बी लक्ष्मीपुरी कॉलोनी किला मैदान ने शिकायत की थी कि हितेश बगोरा निवासी मरीमाता चौराहा से दो साल पहले परिचय हुआ था। मुझे मकान बनाने के लिए 15 लाख रुपए के लोन की जरूरत थी। इस पर हितेश ने सस्ते ब्याज में लोन दिलाने का वादा करते हुए विभिन्न शुल्क के नाम पर रुपए मांगे। इस प्रकार हितेश ने झांसे में लेकर उससे 17 लाख रुपए ठग लिए। इतने रुपए देने के बाद भी लोन नहीं मिला तो उसने हितेश के खिलाफ शिकायत की। क्राइम ब्रांच ने जांच शुरू की तो हितेश के ऐसे कई कारनामे सामने आए।

आरोपी गोल्ड क्वाइन सस्ते दाम में दिलाने का भी झांसा देता था।
ये हुए हितेश का शिकार
- जांच में पता चला कि हितेष ने लखनऊ निवासी विवेक चौधरी को दुकान के लिए सस्ती कीमत पर कस्टम के मोबाइल दिलाने के नाम पर 2018 में 8 लाख रुपए एडवांस लिए, लेकिन न माल दिया न रुपए लौटाए।
- खंडवा रोड निवासी अनुज जायसवाल ने शिकायत की थी कि हितेश ने आधी कीमतों में एप्पल कंपनी का फोन उपलब्ध कराने के नाम पर दो किस्तों 41 हजार रुपए उससे ठग लिए।
- अभिषेक खंडेलवाल निवासी मानवता नगर ने शिकायत दर्ज कराई थी कि हितेश उसके साथ स्कूल में पढ़ता था। उसने उसे लालच दिया था कि उसकी विटकाइन ऑफ रोबोटिक ट्रेडिंग कंपनी मुंबई में है, जिसके जरिए वह सभी प्रकार के इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्राॅनिक आइटमों की डील करता है। अभिषेक को अपनी फर्म दर्श इन्टरप्राइजेस के लिए कुछ इलेक्ट्रॉनिक आयटम की जरूरत थी। ऐसे में हितेश ने उसे डेल कंपनी का 76 हजार का लैपटाप 32 हजार में, प्रिंटर 5500 रुपप में और सोनी की एलईडी टीवी 5500 रुपए में दिलवाने का कहा। इसके एवज में उसने 42 हजार रुपए जमा करवा लिए।
- राजकुमारी सोनी ने पुलिस को बताया कि मोबाइल लैपटॉप की फ्रेचांइजी दिलाने के नाम पर हितेश ने 81200 रुपए ठग लिए।
- धर्मवीर रघुवंशी ने बताया कि उसने हितेश को 6 लाख 15 हजार का सामान एक दुकान से उधार दिलवाया था। हितेश द्वारा रुपए नहीं देने पर मुझे भरना पड़ा। रुपए मांगने पर वह गुमराह करने के बाद अब धमका भी रहा है।
जरूरत के हिसाब से झांसे में लेता था
टीम को जांच में पता चला कि हितेश लोगों को उनकी जरूरत के हिसाब से विभिन्न प्रकार के प्रलोभन जैसे सस्ते दामों में इलेक्ट्रॉनिक सामान, मोबाइल आदि उपलब्ध कराना, इसके अलावा संबंधित फ्रेंचाइजी देने के नाम पर लोगों से पैसे ठगता था। साथ ही लोन दिलाने के नाम पर, कस्टम का माल सस्ते दामों में उपलब्ध कराने के नाम पर, स्मंलिंग का का सोना सस्ते दामों में बेचने के नाम पर लोगों से मोटी रकम वसूल लेता था।
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