Recorded 1582 people in the city in 8 days positive; Rage 63 was found in July and 119 patients in August, to 184 by the start of September. | 8 दिन में शहर में रिकॅाॅर्ड 1582 लोग मिले पाॅजिटिव; जुलाई में राेज 63 और अगस्त में 119 मरीज मिले थे, सितंबर शुरू होते ही 184 हो गए

Recorded 1582 people in the city in 8 days positive; Rage 63 was found in July and 119 patients in August, to 184 by the start of September. | 8 दिन में शहर में रिकॅाॅर्ड 1582 लोग मिले पाॅजिटिव; जुलाई में राेज 63 और अगस्त में 119 मरीज मिले थे, सितंबर शुरू होते ही 184 हो गए


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ग्वालियर11 मिनट पहले

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फाइल फोटो

  • एएसपी के बाद अब दो आरक्षक भी मिले संक्रमित

शहर में कोरोना संक्रमितों की संख्या हर महीने दोगुनी होती जा रही है। जुलाई में शहर में रोज औसतन 63 लोग पाॅजिटिव पाए गए थे। अगस्त में यह आंकड़ा बढ़कर 119 तक पहुंच गया, लेकिन सितंबर के शुरुआती चार दिनों में ही 736 लोग संक्रमित मिल चुके हैं। यानी रोज औसतन 184 लोग कोरोना पाॅजिटिव निकल रहे हैं। कोरोना संक्रमण की वृद्धि का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बीते आठ दिनों में ही रिकाॅर्ड 1582 लोगों की जांच रिपोर्ट पाॅजिटिव आई। इससे पहले 17 से 24 अगस्त के बीच शहर में संक्रमण के 1027 केस मिले थे।

रिपोर्ट आई नहीं, परिजनों से कहा- शव ले जाओ
जेएएच में भर्ती छोटे सिंह सिकरवार (74) की शुक्रवार को मौत हो गई। उन्हें सांस लेने में तकलीफ थी। परिजन ने बताया कि रिपोर्ट आने से पहले ही उनकी मौत हो गई। इस पर अस्पताल प्रबंधन ने परिजनों से कहा कि वे शव घर ले जा सकते हैं, लेकिन परिजनों ने बिना जांच रिपोर्ट देखे शव को घर ले जाना उचित नहीं समझा।

एएसपी के बाद अब दो आरक्षक भी मिले संक्रमित
पीटीएस तिघरा में पदस्थ एएसपी के बाद उनके अधीनस्थ दो आरक्षक भी संक्रमण की चपेट में आ गए हैं। शुक्रवार को जारी जांच रिपोर्ट में सीआरपीएफ के दो कांस्टेबल भी पाॅजिटिव निकले हैं। दोनों खरगौन से ड्य़ूटी के बाद ग्वालियर लौटे थे। केंद्रीय जेल में पदस्थ हवलदार व उसकी पत्नी भी पाॅजिटिव निकली हैं। जिस समय हवलदार की रिपोर्ट आई, उस समय वह जेल में ड्यूटी दे रहा था। इसी तरह एनेस्थीसिया विभाग की पीजी छात्रा और आर्थोपेडिक विभाग का पीजी छात्र भी संक्रमित निकला है। डिग्री पूरी होने के बाद पीजी का छात्र मार्कशीट लेने के लिए ग्वालियर लौटा था। विभाग के ही एक संक्रमित छात्र के संपर्क में आने के कारण उसने सैंपल कराए थे।

कितनी जांच और कितने पॉजिटिव

ऐसे सीरो सर्वे से कैसे पता चलेगा संक्रमण का स्तर
ग्वालियर |शहर में सामुदायिक संक्रमण की स्थिति का पता लगाने के लिए दूसरी बार सीरो सर्वे किया गया, लेकिन शहर में इसके लिए सिर्फ 64 घरों में रहने वाले 177 लोगों के सैंपल लिए गए। जबकि शहर की आबादी 12 लाख से अधिक है। जाहिर है कि आबादी के मान से सर्वे के लिए सैंपल की संख्या कम है। इस कारण ये सवाल उठना लाजिमी है कि क्या इससे संक्रमण का स्तर का सही से आकलन हो सकेगा।

ग्वालियर आई इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च की टीम ने पहले दिन डबरा और भितरवार में सैंपल लिए थे। शुक्रवार को टीम ने वार्ड 17 में 44, वार्ड 05 में 49, वार्ड 38 में 43 और वार्ड 52 में 41 लोगों के ब्लड सैंपल लिए। इन सैंपल को लेने के लिए भी टीम को काफी मशक्कत करनी पड़ी। टीम के सदस्यों को पीपीई किट में देखकर लोगों को लगा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम कोरोना संक्रमण की जांच के लिए आई है। इस कारण कई लोग तो घर से बाहर ही नहीं निकले।

नमूने जांच के लिए चेन्नई की लैब में भेजे जाएंगे
शहर में दूसरी बार सीरो सर्वे किया गया है। दूसरे सर्वे के आंकड़ों से पूर्व में हुए सर्वे के आंकड़ों की तुलना की जा सकेगी। इससे पता चलेगा कि शहर में संक्रमण की वास्तविक स्थिति क्या है? सैंपल की जांच चेन्नई स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च इन ट्यूबरक्लोसिस सेंटर में होगी। डाॅ. सीमा जायसवाल, जिला क्षय अधिकारी

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