चावल खरीदी से लेकर सप्लाई तक में कई खामियां हैं. कई स्तर पर चूक होना सामने आ रहा है.
कांग्रेस के आरोप पर बीजेपी ने भी जवाबी हमला बोला है. बीजेपी प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल (Rajneesh Aggarwal) ने कहा है कि यदि चावल खरीदी 2 से 3 साल पुरानी थी तो 15 महीने तक कांग्रेस की सरकार इस मामले में चुप क्यों रही.
कांग्रेस ने इसी का हवाला देते हुए बीजेपी पर जमकर हमला बोला है. कांग्रेस प्रवक्ता भूपेंद्र गुप्ता ने कहा है कि केंद्र सरकार की रिपोर्ट में साफ तौर पर इस बात का उल्लेख है कि मंडला और बालाघाट जिले में पोल्ट्री ग्रेड का चावल दो से तीन साल पुराना था. जब प्रदेश में बीजेपी की सरकार थी और ऐसे में बीजेपी सरकार की जिम्मेदारी बनती है. और ऐसे में अपनी जिम्मेदारी से बचते हुए कांग्रेस के 15 महीने की सरकार पर आरोप लगाना ठीक नहीं है. कांग्रेस प्रवक्ता भूपेंद्र गुप्ता ने चावल बांटने के मामले में जूडिशियल इंक्वायरी की मांग की है.
कांग्रेस के आरोप पर बीजेपी ने भी जवाबी हमला बोला है
वहीं, कांग्रेस के आरोप पर बीजेपी ने भी जवाबी हमला बोला है. बीजेपी प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा है कि यदि चावल खरीदी 2 से 3 साल पुरानी थी तो 15 महीने तक कांग्रेस की सरकार इस मामले में चुप क्यों रही. क्यों किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई. बीजेपी प्रवक्ता के मुताबिक, चावल खरीदी का पूरा गड़बड़झाला पूर्व की कांग्रेस सरकार में हुआ है. 15 महीने तक सत्ता में रहने के बाद भी गड़बड़ी को रोकने में कांग्रेस सरकार विफल रही. अपनी गलतियों का ठीकरा बीजेपी पर फोरना ठीक नहीं है. केंद्र सरकार के संज्ञान में मामला आने के बाद शिवराज सरकार ने पूरे मामले में जांच के आदेश देते हुए कार्रवाई की है. चावल खरीदी से लेकर सप्लाई तक में कई खामियां हैं
बहरहाल, चावल खरीदी से लेकर सप्लाई तक में कई खामियां हैं. कई स्तर पर चूक होना सामने आ रहा है. और पूरा मामला इस बात के भी संकेत देता है कि चावल खरीदी के मामले में ऊपर से लेकर मैदानी अमले तक मिलीभगत के जरिए बड़े घोटाले को अंजाम दिया गया है. बहरहाल पूरा मामला जांच के दायरे में है. और उसी के बाद पूरा सच निकल कर सामने आएगा. लेकिन चावल खरीदी से लेकर सप्लाई और बांटने तक के मामले को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के बीच जुबानी संग्राम मचा हुआ है.