इंदौर/उज्जैन3 मिनट पहले
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जीवाजी गंज थाने के हमालवाड़ी क्षेत्र में गैंगवार में मारा गया कश्यप।
- हिस्ट्रीशीटर बदमाश दुर्लभ कश्यप की रंजिश के चलते हत्या, शरीर पर चाकुओं के कई निशान
- रात करीब डेढ़ बजे हमालवाड़ी क्षेत्र में दोनों पक्षों की ओर से गोलियां चलीं, एक घायल हुआ
- दुर्लभ नाबालिग लड़कों को गैंग में भर्ती कर अपराध को अंजाम देता था, 8-9 गंभीर केस दर्ज थे
सोशल मीडिया के जरिए अपराध को बढ़ावा देने और दाम तय कर अपराध करने वाले कुख्यात अपराधी दुर्लभ कश्यप की देर रात हत्या कर दी गई। उज्जैन के हमालवाड़ी क्षेत्र में दो पक्षों में हुए गैंगवार के बाद दुर्लभ कश्यप गैंग के सरगना को चाकू से गोद दिया गया। वहीं, दूसरे पक्ष के बदमाश शाहनवाज को गोली लगी है, जिसकी हालात नाजुक हाेने पर रात में इंदौर रैफर कर दिया गया। पुलिस की माने तो दुर्लभ पर हत्या का प्रयास, लूट, चोरी सहित कई मामले दर्ज हैं और कई बार जेल भी जा चुका था। वह कम उम्र के लड़कों को अपनी गैंग में भर्ती कर वारदात को अंजाम देता था।

एएसपी ने बताया कि रूपेश द्विवेदी ने बताया कि जीवाजी गंज थाना क्षेत्र में हमालवाड़ी स्थित चाय की दुकान के सामने पूरा घटनाक्रम हुआ है। करीब डेढ़ बजे दुर्लभ कश्यप अपने दोस्तों के साथ वहां पहुंचा था। वहां पर शहनवाज, उसका भाई और उसके कुछ साथी भी वहां पहुंचे थे। किसी बात को लेकर उनके बीच विवाद हुआ, जिसके बाद दुर्लभ ने शहनवाज पर फायर किया, जिससे वह घायल हो गया। इसके बाद शहनवाज के साथियों ने दुर्लभ को चाकू से गोद दिया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हत्या के बाद शहनवाज को वे अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां से उसे इंदौर रैफर कर दिया गया। मामले में कुछ आरोपी और कुछ संदिग्धों को हिरासत में ले लिया गया है। एएसपी के अनुसार दुर्लभ पर करीब 8 से 9 गंभीर अपराध दर्ज थे। वहीं, शहनवाज, उसके भाई और साथियों पर भी कई गंभीर अपराध दर्ज हैं।

कश्यप का सोशल मीडिया एकाउंट।
ऐसे आया लाइट में था
अक्टूबर 2018 में दुर्लभ कश्यप ने फेसबुक पर एक पोस्ट डालकर दहशतगर्दी फैलाने की कोशिश की थी। उसी समय इस गैंग के 23 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था, जो कि नई उम्र के थे। इनमें कुछ नाबालिग भी थे। इनके ऊपर गुंडागर्दी, मारपीट, लोगों को डराने के मामले में केस दर्ज कर जेल भेज दिया गया था।
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