खंडवा9 मिनट पहले
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गुड़ी रेंज के ताल्याधड़ जंगल में वनकर्मियों पर हुए हमले के बाद जंगल में एक-दो नहीं अब दस से ज्यादा जवान गश्त करेंगे। अभी वन विभाग की टीम गश्त में लगी है। जल्द ही पुलिस व एसएएफ का बल भी फॉरेस्ट गार्ड के साथ गश्ती पर दिखाई देगा।
बाहर से आकर वन भूमि पर कब्जा कर रहे अतिक्रमणकारियाें को खदेड़ने के लिए विभाग ने तैयारी कर ली है। फॉरेस्ट बैरियरों पर वाहनों की चेकिंग शुरू की गई है। खासकर खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर पासिंग वाहनों पर नजर रखी जा रही है। डीएफओ एमआर बघेल ने बताया कि बाहरी वाहनों पर पकड़े गए लोगों की पूरी जानकारी नोट कर जांच के बाद ही छोड़ा जाएगा। संदिग्ध व्यक्ति कौन है, कहां से आया, किसके यहां पर रुका उसका आधार कार्ड, राशन कार्ड सही पाए जाने पर छोड़ा जाएगा। बुधवार को मुख्यालय डीएसपी केपी डेविड, पिपलोद थाना टीआई शिवराम जमरा, गुड़ी रेंजर किशोर दशोरे, डिप्टी रेंजर फरीद कुरैशी ने पुलिस व फॉरेस्ट गार्ड के साथ ताल्याधड़ में आरोपियों के घर पर दबिश दी। इस दौरान घरों में महिलाएं व बच्चों के अलावा कोई नहीं मिला। मामले में पुलिस ने 17 आरोपियों के खिलाफ मारपीट, बलवा, शासकीय कार्य में बाधा का प्रकरण दर्ज किया है।
घायलों की अस्पताल से छुट्टी: अतिक्रमणकारियाें के हमले में घायल हुए डिप्टी रेंजर फरीद कुरैशी, वनरक्षक प्रकाश मालवीय, ग्रामीण सोमा की अस्पताल से छुट्टी हो गई। डिप्टी रेंजर बीट में लौट गए। जबकि वनरक्षक को बेड रेस्ट के लिए कहा गया है।
मोरगढ़ी-तावखेड़ा में भी पेड़ों की कटाई
खालवा वन क्षेत्र के मोरगढ़ी व तावखेड़ा के जंगल में भी सागौन के बड़े पेड़ों की कटाई कर जंगल साफ कर दिया है। नवाड़ तैयार कर खेती शुरू कर दी है। इसके बावजूद बीट इंचार्ज अनदेखी कर रहे हैं।
ताल्याधड़ में वनकर्मियाें पर हुए हमले के बाद जब्त वाहनों के नंबर ट्रेस कर रहे आरोपियों की तलाश कर रहे हैं। बैरियरों पर भी बाहरी वाहन लेकर आ रहे लोगों पर नजर रखी जा रही है। हमारे पास पर्याप्त हथियार है। जहां जैसा उचित होगा, कार्रवाई करेंगे।
-एमआर बघेल, डीएफओ
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