छगनलाल का परिवार एक दिन में 60 झाड़ू बना लेता है.
छगनलाल (chhaganlal) ने बताया कि वो दिनभर में करीब 50-60 झाड़ू बना लेते हैं.इस काम में उनके बच्चे और पत्नी भी मदद करते हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मध्यप्रदेश के रेहड़ी-पटरी व्यवसायियों से बातचीत की. कोरोना के कहर में पीएम स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि के जरिए अपने पैरों पर फिर खड़े होने वाले इन छोटे व्यवसायियों से भावनात्मक बातें कर पीएम मोदी ने उनके मन को छू लिया. सांवेर के छगनलाल अब कह रहे हैं कि पिछले चार-पांच दिन से अचानक सरकारी कर्मचारी उनसे बात करने आने लगे.इससे पहले कभी कोई उन्हें पूछने नहीं आया था. बाद में माजरा समझ आया. वो कहते हैं कि पीएम मोदी से बात करके इतना आनंद आ रहा था कि मैं उसे बयां नहीं कर सकता. नहीं पता था कि मेरा ऐसा नसीब होगा कि प्रधानमंत्री से सीधे बात कर पाऊंगा.
बेहतरीन सुझाव
छगनलाल ने कहा प्रधानमंत्री ने मेरा भविष्य सुधार दिया है. उन्होंने पाइप का फिर से उपयोग करने का सुझाव दिया,वो बहुत ही अच्छा है. प्रधानमंत्री ने कहा हमें अब ग्राहक से कहना कि वे पाइप को संभालकर रखें. अगली बार जब झाडू लोगे तो वो पाइप हमें देना. हम उसके बदले कुछ रुपए कम करेंगे. मेरे पास कई प्रकार की झाडू हैं.पीएम ने दिए सुझाव
पीएम मोदी ने छगनलाल से पूछा कि पुरानी झाड़ू का अगर पाइप ठीक हो तो उसे वापस लेकर दोबारा इस्तेमाल करने के बारे में सोचा? छगनलाल को पीएम मोदी का ये सुझाव भा गया. उन्होंने कहा-अभी तक ये सोचा नहीं था. अब वो लोगों से कहेंगे कि पुरानी खराब हो चुकी झाड़ू का पाइप लेकर आएं. पीएम ने कहा अगर आप पहले से कहना शुरू कर देंगे तो लोग झाड़ू खराब होने के बाद उसका पाइप संभाल कर रखना शुरू कर देंगे. इससे आपकी कमाई बढ़ेगी. हमारे देश में रिसाइकिलिंग सदियों पुरानी परंपरा है. घरों में महिलाएं साड़ी खराब होने पर उसकी गद्दी बना लेती हैं. जब गद्दी खराब होता है तो पोंछा बना लेती हैं.
बच्चों को पढ़ाएंगे
पीएम ने स्वनिधि योजना से लाभ के बारे में छगनलाल से जानकारी ली. छगनलाल ने उन्हें बताया कि लॉकडाउन में बहुत परेशानी हुई. धंधा बंद हो गया था.घर से बाहर नहीं जा सकते थे.बहुत सारी तकलीफें हुईं.लेकिन प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना ने उनकी जिंदगी बदल दी.10 हजार का लोन लेने के बाद उसमें से 5 हजार रुपए का कर्ज उन्होंने चुकाया.बचे 5 हजार रुपए से धंधा शुरू कर दिया जिससे बेरोजगारी भी दूर हो गया. पहले ब्याज पर पैसे लेते थे. लेकिन धंधा करके अब हम अच्छी स्थिति में हैं. हम बच्चों को पढ़ाना चाहते हैं.
सिंगल यूज प्लास्टिक बंद करो
पीएम मोदी की नज़र जब छगनलाल वर्मा के पास रखी प्लास्टिक की बोतल पर पड़ी तो उन्होंने तत्काल टोकते हुए कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग बंद करना होगा.इसे बंद कर दीजिए,आप यदि प्लास्टिक की बोतल की जगह पानी के लिए मटका लेकर आते तो हमें ज्यादा खुशी होती. छगनलाल ने जवाब दिया कि आगे से वो इसका ख्याल रखेंगे और जीवन में प्लास्टिक का कम से कम उपयोग करेंगे.
ऐसे बनती है झाड़ू
छगनलाल ने बताया कि वो दिनभर में करीब 50-60 झाड़ू बना लेते हैं.इस काम में उनके बच्चे और पत्नी भी मदद करते हैं. बच्चे पढ़ते भी हैं. पत्नी ने बताया कि पूरा परिवार मिलकर झाड़ू बनाता है. किसान से खरीदकर खजूर की पत्ती लाते हैं. एक झाड़ू बनाने में खजूर की पत्ती, पाइप, लोहे का तार और नायलॉन का इस्तेमाल करना पड़ता है.
जल संसाधन मंत्री ने किया सम्मान
प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट और कलेक्टर मनीष सिंह भी छगनलाल के साथ सांवेर में मौजूद थे. कार्यक्रम के बाद सिलावट ने छगनलाल, उनकी पत्नी श्यामा वर्मा और उनके भाई को माला पहनाकर सम्मानित किया. उसके बाद नगर परिषद में एक कार्यक्रम में छगनलाल सहित सांवेर के 300 से ज्यादा हितग्राहियों को चैक बांटे.