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- The Second Round Of Rain Has Passed, 2 Of The 3 Drains Are Not Completely Paved, The Work Of The Third Has Not Started.
रतलामएक दिन पहले
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- नगर निगम के अफसर मेहरबान, इसलिए ठेकेदार नहीं कर रहा काम
- हमारे शहर में फरवरी से बंद पड़ा है काम
शहर के तीन प्रमुख बरसाती नाले दो साल बाद भी पक्के नहीं बन पाए हैं। नगर निगम के अफसरों की मेहरबानी के कारण ठेकेदार काम करने को तैयार नहीं हैं। जनवरी अंत से काम बंद पड़ा है व बारिश का दूसरा दौर गुजर चुका है। ठेका लेने वाली गुजरात की कंपनी एनपी पटेल मनमानी कर रही है। 11.5 करोड़ की लागत वाले प्रोजेक्ट का काम सितंबर 2018 में चालू हुआ था। 24 माह में 4000 मीटर के दो नालों में से लगभग 840 मीटर की ही दीवारें बन पाई हैं। तीसरे नाले का काम तो अब तक प्रारंभ ही नहीं किया है। निगम के अफसर भी चुप हैं और कार्रवाई नहीं कर पा रहे हैं। बताया जा रहा है कि ठेकेदार कंपनी के प्रोजेक्ट प्रभारी, इंजीनियर तकरीबन एक माह से शहर में ही है, लेकिन नालों का काम शुरू करने को तैयार नहीं हैं। निगम के अधिकारी एक-दो बार बुलाकर हिदायत भी दे चुके लेकिन ठेकेदार को कोई फर्क नहीं पड़ा।
नाला – सुभाषनगर से वेदव्यास कॉलोनी, आईएमए हॉल के पीछे, बोहरा बाखल, अमृत सागर तालाब के पास तक के 1400 मीटर लंबे नाले में से अब तक 220 मीटर ही बन पाया है। बोहरा बाखल में कई जगह नाला बीच में कच्चा ही छोड़ दिया है। दीवारें भी अभी से झुकने लगी हैं। इस पर 2.98 करोड़ खर्च होंगे।
परेशानी – अभी सिर्फ बोहरा बाखल में पक्का बनाया है। उसमें भी कई जगह से कच्चा छोड़ दिया। अब उसमें कचरा व गंदगी अटक रही है।
नाला – गोमदड़े की पुलिया से शास्त्रीनगर, छत्रीपुल, हाथीखाना, काजीपुरा होते हुए ऊकाला गणपति मंदिर तक के लगभग 2600 मीटर लंबे नाले में से अब तक टूकड़े-टूकड़े में 550 मीटर ही पक्का बना है। जनवरी में मच्छी दरवाजा के यहां काम चला था, उसके बाद से बंद पड़ा है। 7.52 करोड़ का खर्च होगा।
परेशानी – तेज बारिश होने पर इस नाले से शास्त्रीनगर में पानी भरता है। इसके उफनने से काजीपुरा में कई घरों में पानी घुस जाता है।
नाला – आबकारी चौराहे से शुरू होकर मोमिनपुरा होते हुए मराठों का वास तक के करीब 550 मीटर लंबे नाले का काम टेंडर होने के दो साल गुजरने के बाद भी ठेकेदार ने शुरू नहीं किया है। इंजीनियर सर्वे कर चुके हैं। इस पर 63.58 लाख का खर्च आएगा।
परेशानी – नालें के आसपास घनी आबादी है। कच्चा होने से थोड़ी ही तेज बारिश में घरों में घूस जाता है। इस बार बारिश कम होने से ऐसी स्थिति नहीं बनी।
6 साल से चल रही कवायद
- 2014 म26 नालों को पक्का करने निगम ने योजना बनाई, खर्च 23.66 करोड़ आंका।
- 2016 सितंबर में डीपीआर बनकर तैयार हुई, विधायक काश्यप ने अतिक्रमण हटने के बाद की स्थिति का सर्वे कर बदलाव करने को कहा।
- 2017 अप्रैल में सर्वे पूरा हुआ। मई में 3 नालों को 11.14 करोड़ में बनाने की मंजूरी दी।
- 2018 फरवरी में नगरीय प्रशासन ने सिंगल टेंडर स्वीकृत कर एनपी पटेल कंपनी को वर्क ऑर्डर दिया।
- 26 मई 2018 को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अमृतसागर तालाब के पास उद्घाटन किया।
नियमानुसार कार्रवाई करेंगे
ठेकेदार बुलवाया था, उसने 20 सितंबर के आसपास काम शुरू करने का कहा। नियमानुसार कार्रवाई करेंगे। -सुरेशचंद्र व्यास, सिटी इंजीनियर
ठेकेदार को कार्रवाई का डर ही नहीं हैं। नगर निगम के अफसरों को भी फुर्सत नहीं हैं। दूसरे प्रोजेक्ट के काम चल रहे हैं, तो नालों का क्यों शुरू नहीं हो रहा। – सलीम आरिफ बादशाह, जनप्रतिनिधि बोहरा बाखल
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