पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. (सांकेतिक तस्वीर)
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की राजधानी भोपाल (Bhopal) में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. एक किसान ने अपने भाई की लाश को पत्थर से बांधकर बीच नदी में फेंक दिया.
पुलिस लापता व्यक्ति को ढूंढ पाती उससे पहले उसका भाई भी खुद लापता हो गया. पुलिस एक साथ अब दोनों किसान भाइयों की तलाश करने लगी. गांव में तरह-तरह की बातें की जाने लगी. ग्रामीण पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करने लगे. पुलिस ने भी अपने मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया, लेकिन 10 दिनों के बावजूद भी पुलिस के हाथ कोई सबूत नहीं लगे.
पुलिस को मुन्ना पर हुआ संदेह
पुलिस के अनुसार गणेश सिलावट 50 साल गांव रायपुर, ईटखेड़ी में रहता था. गणेश सिलावट के पांच अन्य भाई हैं. 9 सितंबर को गणेश के भाई सुरेश ने पुलिस को सूचना दी कि उसका भाई 2 सितंबर से लापता है. पुलिस ने गणेश की गुमशुदगी दर्ज करते हुए उसकी तलाश शुरू की. पुलिस गणेश की तलाश पूरी कर पाती, इससे पहले उसका दूसरा भाई मुन्ना लापता हो गए. जब पुलिस को पता चला कि गणेश के बाद उसका भाई मुन्ना भी लापता हो गया है तो पुलिस का संदेह मुन्ना पर गहराने लगा.ये भी पढ़ें: MP: ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बढ़ाई सियासी सरगर्मी, लिखा- कुर्सी त्याग करनी पड़े तो…
डर की वजह से खुद पहुंचा थाने
जब पुलिस मुन्ना की भी तलाश करने लगी. यह बात मुन्ना को पता चली तो वह डर गया. मुन्ना गांव में अपने अन्य भाई के टपरे पर सोता था. वह बेचेन था और काफी डरा हुआ था, उसे अनुमान था कि उसके किए का पुलिस को पता चल गया है. मुन्ना उर्फ पूरन सिलावट ईटखेड़ी थाने पहुंचा और उसने पुलिस को बताया कि उसका भाई गणेश लापता नहीं हुआ है, बल्कि वह अब इस दुनिया में नहीं है.
इसलिए लाश को नदी में फेंका
पुलिस की पूछताछ में मुन्ना ने बताया कि उसने गांव में सरकारी जमीन पर कब्जा कर रखा है. उस जमीन पर मक्का की फसल खड़ी है. मक्का को जंगली सुअर नुकसान न पहुंचाएं इसलिए उसने खेत के आसपास बागड़ में करंट लगा दिया था. उस करंट की चपेट में आने से उसके भाई गणेश की मौत हो गई. गणेश की मौत होने के बाद वह डर गया. उसने अपने दोस्तों में अरविंद भील, लल्लू भील और दरू भील की मदद से गणेश की लाश पास की एक नदी में पत्थर बांधकर डाल दी थी.
नदी से लाश बरामद
बैरसिया एसडीओपी माणक मणि कुमावत ने बताया कि मुन्ना के बयान दर्ज करने के बाद पुलिस की टीम नदी के उस स्थान पर पहुंची, जहां उसने लाश डाली थी. पुलिस ने गांव के गोताखोरों की मदद से लाश पानी से बाहर निकालकर पीएम के लिए भेज दी है. पुलिस ने इस मामले में मुन्ना उर्फ पूरण पर साक्ष्य छिपाने और लापरवाही बरतते हुए करंट से गणेश की मौत होने का मामला दर्ज किया है. पुलिस मामले में मुन्ना के अन्य साथियों की तलाश कर रही है.