B’day Special: Today is born day of Shane Warne, Who was magician of spin balling | B’Day Special: पढ़ें स्पिन के ‘जादूगर’ शेन वार्न से जुड़ीं रोचक बातें

B’day Special: Today is born day of Shane Warne, Who was magician of spin balling | B’Day Special: पढ़ें स्पिन के ‘जादूगर’ शेन वार्न से जुड़ीं रोचक बातें


नई दिल्ली. किसी भी क्रिकेटर के करियर का आकलन आप कैसे करेंगे? उसके आंकड़े देखेंगे, उसका खेल पर डाला गया प्रभाव देखेंगे या उसकी जिंदगी में आए सफल पलों की गिनती करेंगे. कैसे भी देखिए, लेकिन “स्पिन गेंदबाजी के जादूगर” कहलाने वाले शेन वार्न (Shane Warne) को 10 में से 10 नंबर दिए बिना नहीं रह पाएंगे. इंटरनेशनल क्रिकेट में 1001 विकेट चटकाने वाला ये ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज आज 51 साल का हो गया है. आइए इस लेग स्पिनर के बर्थडे के मौके पर डालते हैं उनके करियर पर एक नजर.

सदी की सबसे महान गेंद फेंकने का है तमगा
अपने शुरुआती करियर में मोटे, थुलथुल और आलसी से दिखने वाले शेन वार्न की कलाइयों में मानो जादू भरा हुआ था. किसी गेंद को 90 डिग्री तक टर्न करा देने जैसी वार्न की क्षमता का असली नजारा दुनिया ने 1993 में उनके पहले इंग्लैंड दौरे पर देखा था. वार्न ने 3 जून, 1993 को अपने पहले एशेज टेस्ट की अपनी पहली ही गेंद पर ओल्ड ट्रैफर्ड स्टेडियम में गैटिंग को लगभग 90 डिग्री टर्न कराते हुए बोल्ड कर दिया था. लेग स्टंप से भी बाहर वाइड में ठप्पा खाने के बाद गैटिंग को हैरान करती हुई ये गेंद टर्न लेकर उनका ऑफ स्टंप उड़ा ले गई थी. इस गेंद ने दुनिया में तहलका मचा दिया था. वार्न के करियर की इस पहली एशेज बॉल को आज भी “बॉल ऑफ द सेंक्चुरी” यानी “सदी की गेंद” कहा जाता है. इसी सीरीज में वार्न ने टेस्ट क्रिकेट में हैट्रिक बनाने का कारनामा भी किया था. 

700 टेस्ट विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज
शेन वार्न ने अपने करियर के दौरान 145 टेस्ट मैच में 708 विकेट चटकाए थे, जबकि 194 वनडे मैचों में 293 विकेट उनके खाते में दर्ज किए गए थे. टेस्ट क्रिकेट में विकेट लेने के लिहाज से श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन (muttiah muralitharan) के बाद दूसरे नंबर के गेंदबाज वार्न ने उनसे पहले 700 विकेट पूरे किए थे. वे गेंदबाजी के इस ऊंचे शिखर को छूने वाले दुनिया के पहले गेंदबाज बने थे. 

बिना शतक के सबसे ज्यादा रन वाले क्रिकेटर
वार्न ने टेस्ट क्रिकेट में 3154 रन भी बनाए, जो बिना शतक के किसी भी बल्लेबाज के सबसे ज्यादा रन का वर्ल्ड रिकॉर्ड है. वार्न ने टेस्ट क्रिकेट में 12 फिफ्टी बनाई, लेकिन उनका उच्चतम स्कोर 99 रन पर ही रह गया, जो उन्होंने 2001 में न्यूजीलैंड के खिलाफ पर्थ टेस्ट में बनाया था. इसके अलावा भी वार्न एक बार और शतक के करीब पहुंचकर चूक गए थे. वनडे में भी उन्होंने 1018 रन बनाए. वे दुनिया के उन चुनिंदा क्रिकेटर्स में शामिल हैं, जिनके नाम पर टेस्ट और वनडे, दोनों में बल्ले से 1000+ रन और गेंद से 200+ विकेट दर्ज हैं. 

1999 में जिताया था ऑस्ट्रेलिया को 12 साल बाद वर्ल्ड कप
शेन वार्न की ही गेंदबाजी का करिश्मा था कि ऑस्ट्रेलिया ने 1999 में इंग्लैंड में खेले गए आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप का खिताब जीतकर 12 साल बाद अपने नाम के आगे दोबारा विश्व विजेता लिखवाने का कारनामा किया था. वार्न ने उस मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करने उतरी पाकिस्तान की टीम के 4 विकेट महज 33 रन पर लेकर उसे 132 रन पर ही लुढ़का दिया था. इसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने 2 विकेट पर 133 रन बनाकर खिताब जीत लिया था. वार्न को इस प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द फाइनल चुना गया था.

20वीं सदी के टॉप 5 क्रिकेटर में शामिल वार्न का विवादों से रहा करीबी नाता
शेन वार्न को साल 2000 में 20वीं सदी के सबसे महान 5 क्रिकेटर्स में से एक गिना गया, लेकिन उनका विवादों से भी बेहद करीबी नाता रहा. विशेषज्ञ तो यह भी कहते हैं कि वे ऐसे क्रिकेटर थे, जिन्हें ऑस्ट्रेलियाई टीम का कप्तान जरूर बनना चाहिए था, लेकिन इस संभावना पर वे हमेशा खुद ही लात मारते रहे. सट्टेबाजों को पिच और मौसम की जानकारी देना हो या 2003 वर्ल्ड कप के लिए दक्षिण अफ्रीका पहुंचने के बाद ड्रग्स लेने के आरोप में प्रतिबंधित हो जाना. मैदान से बाहर अपने अफेयर और तलाक, शायद ही कोई जगह होगी, जहां वार्न का नाम विवादों से ना जुड़ा हो.

आईपीएल के पहले खिताब विजेता कप्तान
शेन वार्न के नाम पर इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) खिताब जीतने वाला पहले कप्तान होने का रिकॉर्ड भी दर्ज है. आईपीएल-2008 में ज्यादातर अंजान चेहरों से घिरी राजस्थान रॉयल्स टीम को किसी ने खिताब जीतने लायक नहीं माना. ऐसे में टीम के चैंपियन बनने के लिए वार्न की रणनीतियों को ही जिम्मेदार माना जाता है.

महान स्पिनर पर भारत के खिलाफ फ्लॉप शो
शेन वार्न का इंग्लैंड के खिलाफ 5 एशेज सीरीज में 34, 27, 24, 31, 40 विकेट लेने जैसे कारनामे रहे. श्रीलंका के खिलाफ 3 टेस्ट मैच में 26 विकेट लेने का कारनामा भी वार्न ने किया, लेकिन इसके उलट भारतीय टीम के खिलाफ वार्न हमेशा “फ्लॉप शो” साबित हुए. वार्न के टेस्ट करियर की शुरुआत भारत के ही खिलाफ 1992 में सिडनी टेस्ट से हुई थी, जिसमें वार्न ने 150 रन देकर 1 विकेट लिया था. भारत के खिलाफ 14 टेस्ट में 47.18 के घटिया रन औसत से वार्न को महज 43 विकेट मिले थे. उनका मैच में बेस्ट गेंदबाजी प्रदर्शन 113 रन देकर 6 विकेट का रहा. खासतौर पर सचिन तेंदुलकर (sachin tendulkar) के खिलाफ वार्न की गेंदबाजी बिल्कुल बेकार साबित हुई. बाद में उन्होंने खुद ही कहा कि उन्हें सपने में भी सचिन दिखाई देते हैं.





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