नई दिल्ली: आईपीएल का इतिहास 12 साल पुराना है. इस बीच इतिहास के पन्नों को भारत के पूर्व क्रिकेटर सुब्रमण्यम बद्रीनाथ (S Badrinath) फिर से खोला है और एक ऐसा खुलासा किया है, जिसे जानकर हर कोई हैरान हुआ है. दरअसल आईपीएल फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपरकिंग्स (CSK) के पूर्व बल्लेबाज एस ब्रदीनाथ ने बताया है कि दुनिया की सबसे बड़ी लीग के पहले संस्करण के दौरान महेंद्र सिंह धोनी सीएसके टीम मैनेजमेंट की पहली पसंद नहीं थे, बल्कि दूसरा कोई भारतीय दिग्गज खिलाड़ी बतौर कप्तान सीएसके लिए चुना जाना था.
कप्तान के तौर पर वीरेंद्र सहवाग थे सीएसके की पहली पसंद- एस बद्रीनाथ
दरअसल, हाल ही में एक मीडिया इंटरव्यू के दौरान एस ब्रदीनाथ ने यह बताया है कि साल 2008 में धोनी की जगह चेन्नई सुपरकिंग्स का टीम प्रबंधन वीरेंद्र सहवाग (Verender Sehwag) को बतौर कप्तान टीम में शामिल करना चाह रहा था. ब्रदीनाथ ने बताया है कि सीएसके टीम मैनेजमेंट भारत के दिग्गज सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग को चेन्नई का कप्तान बनाना चाहता था.
जब टीम के मालिक एन श्रीनिवासन को यह मालूम हुआ कि सहवाग दिल्ली से खेलने के लिए इच्छुक हैं. तो उसके बाद उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) के नाम पर विचार किया और उन्हें 15 लाख अमेरिकी डॉलर की कीमत यानी भारतीय रुपए के तहत लगभग 6 करोड़ रुपए में खरीदा. क्योंकि एक साल पहले 2007 में टीम इंडिया (Team India) माही की अगुवाई में टी20 वर्ल्ड कप (T20 WC 2007) चैंपियन बन कर आयी थी. साथ ही धोनी उस दौर में सबसे तेजतर्रार फिनशिर के रूप में स्थापित हो चुके थे. इसलिए धोनी को सीएसके में शामिल किया गया था. बाद में जिस तरीके से एमएस धोनी ने चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए जो योगदान दिया है वो सोने पर सुहागा है.
धोनी की अगुवाई में सीएसके बना 3 बार IPL चैंपियन
बद्रीनाथ के इस खुलासे पर गौर किया जाए तो शायद चेन्नई सुपरकिंग्स (Chennai Super Kings) आईपीएल की सबसे सफल टीम नहीं होती. इसमें कोई दोहराए नहीं है कि माही के बैगर सीएसके की कल्पना थोड़ी मुश्किल है. महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में सीएसके टीम 3 बार आईपीएल चैंपियन और 2 बार चैंपियन्स लीग विजेता रही है. जबकि आईपीएल इतिहास में माही की सेना इकलौती ऐसी टीम है, जिसने टूर्नामेंट के अब तक के सभी सीजन में प्लेऑफ में जगह बनाई है.