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- Onion Growers Have Not Received The Amount Of Difference Even After One And A Half Years, They Have Lost Rs 7 Crore In The Past
मंदसौर20 घंटे पहले
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- किसानों ने सांसद से लेकर वित्तमंत्री तक लगाई गुहार, भोपाल के अधिकारी बोले : दो सप्ताह में जारी कर देंगे
प्याज उत्पादक किसानों को डेढ़ साल बाद भी भावांतर की राशि नहीं मिल सकी है। जिले के हजारों किसानों की 7 करोड़ रुपए मंडी प्रशासन की जांच के दौरान लैप्स हो गए थे। जांच पूरी होने के बाद भी यह राशि वापस स्थानीय उद्यानिकी विभाग को नहीं मिल सकी है। मामले को लेकर किसान सांसद से लेकर वित्तमंत्री तक गुहार लगा चुके हैं। अब संचालनालय द्वारा बजट का अभाव बताया जा रहा है। वहीं दो सप्ताह के भीतर राशि आवंटित किए जाने का दावा किया जा रहा है। मुख्यमंत्री प्याज प्रोत्साहन योजना अंतर्गत पूर्व की कांग्रेस सरकार ने 800 रुपए प्रति क्विंटल प्याज का मूल्य निर्धारित किया था। मंदसौर जिले के एक हजार 650 किसानों ने भावांतर योजना में प्याज बेचा था। किसानों ने मंडियों में यह प्याज 2 रुपए किलो तक बेचा है।
यानी करीब 600 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से उन्हें भावांतर की राशि मिलना थी। करीब 7 करोड़ 79 लाख 18 हजार रुपए संचालनालय उद्यानिकी एवं प्रक्षेत्र वानिकी ने मंदसौर जिले के लिए जारी किए थे। इस दौरान मंदसौर कृषि उपज मंडी में अनियमितता का मामला सामने आया था। मंडी बोर्ड ने उद्यानिकी विभाग से कहकर राशि का भुगतान रुकवा दिया। वहीं उद्यानिकी विभाग को जारी राशि खर्च नहीं होने पर संचालनालय उद्यानिकी एवं प्रक्षेत्र वानिकी ने बजट लैप्स कर लिया। संचालनालय ने विश्वास दिलाया था कि यह राशि पुन: लाैटा दी जाएगी।
इधर, अनियमितता के मामले में मंडी बोर्ड द्वारा मंडी प्रशासन को क्लीन चिट दे दी गई। इसके बाद उद्यानिकी विभाग ने कलेक्टर के माध्यम से संचालनालय से वापस बजट की मांग की लेकिन संचालनालय ने बजट का अभाव बताकर राशि जारी नहीं की।
उपचुनाव में बहिष्कार की दी चेतावनी तो मंगवाई फाइल
प्याज उत्पादक किसान जीवन पाटीदार (पाडलिया मारू) ने बताया किसानों की मांगों को लेकर कई बार सांसद, वित्तमंत्री देवड़ा व पर्यावरण मंत्री डंग से मिले लेकिन उनके द्वारा कोई सुनवाई नहीं की गई। हाल ही में भोपाल जाकर वित्तमंत्री जगदीश देवड़ा को सुवासरा विधानसभा चुनाव के बहिष्कार की चेतावनी दी। तब जाकर मंत्री देवड़ा ने संचालनालय उद्यानिकी एवं प्रक्षेत्र वानिकी की प्रमुख सचिव कल्पना श्रीवास्तव को फाइल लेकर बुलाया। उन्होंने किसानों को राशि के भुगतान को लेकर निर्देश दिए।
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