श्योपुर14 मिनट पहले
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- जंगल में फांसी पर लटका मिला था चौकीदार का शव
वन विभाग के चौकीदार की मौत के मामले में मंगलवार को परिजन ने एसपी दफ्तर का घेराव करते हुए जांच करने आवेदन सौंपा। इस बीच परिजन ने आरोप लगाए कि उनके बेटे ने आत्महत्या नहीं की, बल्कि उसकी हत्या की गई है। रेंजर व पालपुर रेंज के कर्मचारी झूठ बोल रहे हैं। विधायक सीताराम आदिवासी ने मामले में एसपी से मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की। दरअसल 13 सितंबर की रात को पालपुर रेंज में चौकीदार प्रकाश आदिवासी का शव जंगल में पेड़ से फांसी के फंदे पर लटका मिला था। अब मामले में परिजन हत्या के आरोप लगा रहे है। इसे लेकर मंगलवार को परिजन विधायक सीताराम आदिवासी के साथ एसपी दफ्तर पहुंचे। यहां पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय को आवेदन सौंपकर मामले में जांच की मांग की।
आवेदन में परिजन ने बताया कि प्रकाश आदिवासी ने 13 सितंबर की शाम को अपने चचेरे भाई बृजमोहन आदिवासी को फोन कर कहा कि वह परेशान है और वह उसे जल्दी लेने आ जाए। इस पर बृजमोहन उसे लेने के लिए पालपुर रेंज गया, लेकिन रेंजर ने उसे गेट पर ही रोक दिया और डांट-फटकार मौके से भगा दिया।
इसके बाद देर रात 3 बजे उक्त रेंजर, दो चौकीदार व अन्य वनकर्मी आए और कहा कि प्रकाश विजयपुर में है और वह उसे लेने जा रहे है, उनके साथ चलो। तब वह परिजन व अन्य ग्रामीणों के साथ रेंजर के साथ चले गए। जहां रेंजर उन्हें पालपुर के जंगल में ले गए, जहां पेड़ से प्रकाश का शव फांसी के फंदे पर लटका हुआ था। इससे साफ है कि प्रकाश ने आत्महत्या नहीं की और रेंजर व अन्य संदेही है तो मामले में हत्या के तौर पर जांच की जाए।
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