रमेश सिंह ने अनूपपुर सीट पर कांग्रेस में दावा पेश किया है.
रमेश सिंह (Ramesh singh) ने इस्तीफा देने से पहले सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamal nath) से मुलाकात की थी.
संयुक्त कलेक्टर पद पर पदस्थ रमेश सिंह अपनी सरकारी नौकरी से इस्तीफा देने भोपाल पहुंचे.उन्होंने मंत्रालय में अपना इस्तीफा दिया और फिर अपने एक परिचित के घर चले गए. इससे पहले उन्होंने सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात की थी.
मेरे नाम पर सहमति बनी
अनूपपुर विधानसभा सीट से अपनी दावेदारी पर रमेश सिंह ने कहा कि हां यह बात सही है. मध्यप्रदेश में 27 सीटों पर उपचुनाव हैं.इसीलिए मेरे नाम पर सहमति बनी है. अनूपपुर विधानसभा क्षेत्र पिछड़ा इलाका है. वहां सभी विषयों की बेहतरी के लिए मुझे लगा कि मुझे राजनीति में आना चाहिए और इसीलिए मैंने अपनी नौकरी से इस्तीफा दिया है.गृह जिले में काम करने की टीस
रमेश सिंह ने कहा एक लोक सेवक के रूप में मैंने कई जिलों में काम किया पर अपने गृह जिले में काम करने की टीस मेरे मन में हमेशा रही है. सरकारी नौकरी में रहकर मैं अनूपपुर जिले के लोगों की सेवा नहीं कर पा रहा था. सभी राजनीतिक दल हैं पर मुझे कांग्रेस की तरफ से मौका दिया जा रहा है.
मेरा परिवार कांग्रेसी
अपनी राजनीतिक पृष्ठभूमि को लेकर रमेश सिंह ने बताया कि इंदिरा गांधी के जमाने से मेरा परिवार कांग्रेस से जुड़ा आ रहा है. हम सभी जितने भी उम्मीदवार उम्मीदवारी कर रहे हैं उन सभी ने मेरे नाम पर सहमति दी है. हमने कमलनाथ जी से मिलकर उनको सहमति पत्र पेश किया है. उन से निवेदन किया है कि टिकट पर पुनर्विचार करें.कमलनाथ जी के आश्वासन के बाद मैंने नौकरी से त्यागपत्र दिया है.
कांग्रेस घोषित कर चुकी है उम्मीदवार
अनूपपुर सीट पर हाल ही में कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार घोषित किया है. कांग्रेस ने अपनी पहली सूची में विश्वनाथ कुंजन को पार्टी का उम्मीदवार बनाया है. हालांकि अब रमेश सिंह की एंट्री होने के बाद फिर से पार्टी इस सीट पर नए उम्मीदवार पर मंथन कर रही है. विश्वनाथ कुंजन का नाम वापस लिया जा सकता है और रमेश सिंह को अनूपपुर सीट से उप चुनाव लड़ाया जा सकता है.