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- First Called On The Phone Missing Father Is In Goa Gang, Send Money To Get Rescued, In Confidence, Young Man Took Money From Interest And Sent It To Father But He Did Not Return
इंदौरएक घंटा पहले
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दोस्त और ब्याज पर रुपया उधार देने वाले के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया।
- मयूर अस्पताल में कार्यरत टेक्नीशियन के साथ बचपन के दोस्त ने की 25 लाख की ठगी
- 2017 में किसी बात पर दोनों में विवाद हुआ, कुछ दिन बाद फिर जाबिर ने दोस्ती कर ली
बचपन के दो दोस्तों में से एक दगाबाज निकला। उसने अपने दोस्त को पहले फर्जी दिरहम (यूएई के पैसे) देकर ठगा। फिर गोवा के नाम पर किसी से फोन लगवाकर कहा कि तुम्हारे गुम पिता एक गैंग में काम करते हैं। उन्हें छुड़वाने के लिए पैसा भेजाे। युवक ने विश्वास में आकर दोस्त को ही पैसे लेकर भेज दिया, लेकिन वह पिता को लेकर लौटा ही नहीं। बाद में इसका खुलासा हुआ तो पुलिस में केस दर्ज करवाया।
पंढरीनाथ टीआई राकेश मोदी के अनुसार, पिंजारा बाखल में रहने वाले 30 साल के मोहम्मद अतीक नूर पिता हाजी मो. हन्नान के साथ उसके बचपन के दोस्त जूना रिसाला निवासी मो. जाबिर फारुकी ने 25 लाख रुपए की ठगी की है। इसमें आरोपी का साथ ब्याज पर रुपए देने वाले आरोपी मोती तबेला निवासी शमा उर्फ शम्शुद्दीन ने भी दिया है। अतीक मयूर अस्पताल में टेक्नीशियन है। उसने पुलिस को बताया कि उसकी जाबिर से बचपन की दोस्ती है। 2017 में किसी बात पर विवाद हुआ। कुछ दिन बाद फिर जाबिर ने दोस्ती कर ली। इस दौरान उसने अतीक को दो दिरहम दिए। बोला कि इन्हें रख ले, अच्छे पैसे में बिक जाएगा। अतीक ने मना किया, लेकिन जाबिर ने उसे जबरदस्ती थमा दिए। उसके बदले कुछ पैसे ले लिए।
पिता के नाम पर ठग लिया
कुछ दिन बाद जाबिर ने गोवा के नाम से किसी परिचित के मार्फत अतीक को ठगने के लिए फोन लगवाया। गोवा के नाम पर किए गए कॉल में युवक ने अतीक से कहा कि हमें जानकारी मिली है कि तुम्हारे पास दिरहम हैं। उसे भेज दो, हम अच्छे पैसे देंगे। अतीक ने यह बात चालबाज दोस्त जाबिर को बता दी। उसे लगा कि अब अतीक फंस जाएगा। कुछ दिन बाद जाबिर ने फिर से अतीक को फोन लगवाया। उसे पता था कि अतीक के बचपन में उसके पिता कहीं चले गए थे। इसलिए फोन पर दूसरी तरफ से अतीक को कहा गया कि तुम्हारे लापता पिता गोवा में हैं। वे यहां एक गैंग में काम करते हैं। उन्हें छुड़वाने के लिए पैसे भेजो।
दोस्त ने ही ब्याज से रुपए दिलवाए
अतीक ने सीधेपन में यह बात फिर जाबिर को बताई। इस बार जाबिर ने अतीक को भावनात्मक रूप से ब्लैकमेल किया। कहा कि वह अपने पिता के लिए पैसे का इंतजाम कर ले। अतीक ने कहा- पैसे नहीं हैं। इस पर जाबिर ने अपने परिचित ब्याज पर पैसा देने वाले शमा से संपर्क करवाया। शमा से लिखा-पढ़ी करवाई और जाबिर खुद पैसे लेकर गोवा जाने का बोलकर निकल गया। फिर वह नहीं लौटा। बाद में अतीक ने जाबिर से संपर्क किया तो वह बहाने बनाने लगा। आखिर में उसने दोस्त और ब्याज पर रुपया उधार देने वाले के खिलाफ केस दर्ज करवाया है।
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