दमोह36 मिनट पहले
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कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच शहर से गुजरने वाले माल वाहनों में किस तरह लोग अपनी जान जाेखिम में डाल रहे हैं। इसका अंदाजा शहर से गुजरने वाले इन दो वाहनों को देखकर लगाया जा सकता है।
हैरानी की बात यह है कि कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ा रहा है और आंकड़ा 12 सौ से पार पहुंच गया है, लेकिन इस लापरवाही पर अंकुश लगाने की मुहिम कहीं पर नजर नहीं आ रही है। भास्कर ने बुधवार को इन दो तस्वीरों के माध्यम से जिले में लापरवाही की हकीकत दिखाई।
आरक्षक ने रोका तो स्पीड से गाड़ी चलाकर निकल गया ड्राइवरजबेरा में वंशीपुर से पहले बायपास पर पुलिस ने चैकिंग लगाई, इस बीच उनके सामने से पिकअप में करीब 60 मजदूरों से भरा वाहन गुजरा, पुलिस ने वाहन को साइड में रोक लिया और पुलिस के जवान बात करने गए और बाद में वाहन छोड़ दिया। यह वाहन जबेरा से होते हुए मारुताल टोल नाका तक पहुंचा और यहां से सागर बायपास की ओर मुड़ गया। यहां पर ड्यूटी पर तैनात प्रधान आरक्षक जगमोहन मिश्रा ने वाहन को रोका तो चालक 100 रुपए देने लगा।
उन्होंने रुपए न लेते हुए वाहन साइड में लगाने के लिए कहा, तो चालक थोड़ा आगे गया और स्पीड से गाड़ी चलाकर निकल गया। प्रधानआरक्षक का कहना था कि आगे वाहनों की चैकिंग लगी हुई है, वहां पर उसे पकड़ लिया जाएगा।ऐसी गंभीर लापरवाही से ही जिले में बढ़ी कोरोना की रफ्तारसब्जी के साथ 15 सवारियां भीमारुताल के पास सुबह 8.35 बजे एक ऑटो में 20 सवारियां भरी हुईं थीं और छत पर सब्जी लोड दी। यह ऑटो दमोह से जबेरा की ओर जा रहा था, लेकिन इसमें भी पुलिस ने कोई रोक-टोक नहीं की। जबकि इससे भी हादसे की संभावना बनी हुई है। न ऑटो में सवारियां न तो मास्क पहने थीं और न सोशल डिस्टेसिंग का पालन कर रहे थे। सवाल यह है कि चौराहों से होकर गुजरने वाले यह वाहन अधिकारियों को क्या नजर नहीं आ रहे। न ही इनके खिलाफ कोई कार्रवाई की जा रही है।
मैंने थाना प्रभारियों को वाहनों की निगरानी के लिए कहा है। यदि कहीं पर यह लापरवाही हो रही है तो संबंधित थाना प्रभारियों को तलब किया जाएगा। इस तरह की लापरवाही स्वीकार नहीं होगी। –हेमंत चौहान, एसपी, दमोह
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