Ward reservation today; Makwana will have to go to Coconutkheda or Tila Jamalpura, in preparation for changing the Sagir area | वार्ड आरक्षण आज; मकवाना को नारियलखेड़ा या टीला जमालपुरा जाना पड़ेगा, सगीर क्षेत्र बदलने की तैयारी में

Ward reservation today; Makwana will have to go to Coconutkheda or Tila Jamalpura, in preparation for changing the Sagir area | वार्ड आरक्षण आज; मकवाना को नारियलखेड़ा या टीला जमालपुरा जाना पड़ेगा, सगीर क्षेत्र बदलने की तैयारी में


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भोपाल6 मिनट पहले

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  • पिछली बार के अनारक्षित 50 वार्डों में से तय होंगे ओबीसी के 21 वार्ड

नगर निगम के अगले चुनाव के लिए गुरुवार को होने वाले आरक्षण के बाद स्थिति यह होगी कि 1999 से लगातार शाहजहांनाबाद और ईदगाह हिल्स से पार्षद भाजपा के महेश मकावाना को नारियलखेड़ा या टीला जमालपुरा जाना पड़ेगा। उनके साथ ही 1999 से लगातार कांग्रेस के पार्षद मो. सगीर मध्य विधानसभा के वार्ड नंबर 43 से नरेला विधानसभा के वार्ड नंबर 41 से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं।

मकवाना पिछली परिषद में एमआईसी सदस्य थे और सगीर लगातार दो बार से नेता प्रतिपक्ष थे। यदि परिस्थितियां अनुकूल रहीं तो दोनों ही परिषद अध्यक्ष बनना चाहते हैं। इन दोनों के साथ 1999 से अलग-अलग वार्डों से पार्षद रहे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मित्र कृष्णमोहन सोनी ने इस बार पार्षद का चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा कर दी है। पिछले कार्यकाल में परिषद अध्यक्ष रहे सुरजीत सिंह चौहान शाहपुरा और बाग मुगालिया से लेकर जाटखेड़ी तक के किसी भी वार्ड से चुनाव लड़ने को तैयार बताए जाते हैं। उनका मौजूदा वार्ड मध्य विधानसभा में है, लेकिन बाग मुगालिया और जाटखेड़ी क्षेत्र के वार्ड गोविंदपुरा विधानसभा क्षेत्र में आ रहे हैं।

सुरजीत भी 1999 से पहली बार पार्षद बने थे। 2004 में सर्व शिक्षा अभियान के सदस्य होने से वे पार्षद का चुनाव नहीं लड़े। उसके बाद 2009 से लगातार पार्षद हैं। 2004 में पहली बार पार्षद बने अमित शर्मा को भी तुलसी नगर क्षेत्र छोड़ना पड़ेगा। अमित पूरी दक्षिण-पश्चिम विधानसभा से कहीं से भी चुनाव लड़ने को तैयार हैं। इसी विधानसभा में वार्ड-24 से पार्षद शबिस्ता जकी तीसरी बार भी अपने ही वार्ड से चुनाव लड़ सकती हैं। अब यह वार्ड ओपेन हो जाएगा। यही स्थिति नेहरू नगर के वार्ड-29 से लगातार दो बार की पार्षद संतोष कंसाना की है। पहली बार के पार्षद मोनू सक्सेना और गुड्‌डू चौहान को नए क्षेत्र तलाशना पड़ेंगे।

समन्वय भवन में होगा आरक्षण: अपेक्स बैंक परिसर स्थित समन्वय भवन में गुरुवार दोपहर 3 बजे आरक्षण की कार्रवाई होगी। माना जा रहा है कि विधानसभा के उपचुनाव के बाद इस साल के अंत तक यह चुनाव हो सकते हैं।

पिछली बार की तरह… 2011 की जनगणना को माना जाएगा आधार
वार्ड आरक्षण के लिए पिछली बार की तरह 2011 की जनगणना को आधार माना जाएगा। अजा व अजजा के वार्डों की संख्या नगरीय क्षेत्र में इनकी आबादी के अनुपात से तय होती है। इसके बाद इन वर्ग की अधिकतम आबादी के वार्डों को संबंधित वर्ग के लिए आरक्षित किया जाता है, इसलिए पिछले बार के ही दो वार्ड अजजा में और 12 वार्ड अजा वर्ग में आरक्षित होंगे। इसके बाद 85 में से 25% यानी 21 वार्ड ओबीसी के लिए आरक्षित होंगे। इसमें नियम यह है कि ओबीसी के लिए आरक्षित वार्डों को छोड़कर पिछली बार ओपन रहे 21 वार्ड आरक्षित किए जाते हैं।

महिलाओं के लिए आरक्षित कुछ वार्ड रिपीट हो सकते हैं
उप जिला निर्वाचन अधिकारी संजय श्रीवास्तव के अनुसार अजा व अजजा के वार्डों में आपस में महिला और ओपेन में बदलाव होगा। इसके बाद पूर्व में अनारक्षित रहे 50 वार्डों में से 21 वार्ड में ओबीसी के लिए लॉटरी निकलेगी। इनमें से 11 वार्ड महिलाओं के लिए रहेंगे। ऐसे में अनारक्षित महिला के लिए आरक्षित रहा कोई वार्ड ओबीसी महिला के लिए जा सकता है।

ये 21 वार्ड अनारक्षित होंगे
2, 7, 12, 14, 17, 19, 22, 24, 32, 34, 38, 41, 42, 44, 51, 52, 54, 64, 69, 70, 78

अजजा ओपन होगा- वार्ड 60
अजजा महिला होगा- वार्ड 26
ये 6 वार्ड अजा ओपन होंगे- 28, 48, 49, 53, 63, 76
यह 6 वार्ड अजा महिला होंगे- 10, 11, 47,50, 59, 81
इन 50 वार्डों में से 21 वार्ड ओबीसी होंगे – 1, 3, 4, 5, 6, 8, 9, 13, 15, 16, 18, 20, 21, 23, 25, 27, 29, 30, 31, 33, 35, 36, 37, 39, 40, 43, 45, 46, 55, 56, 57, 58, 61, 62, 65, 66, 67, 68, 71, 72, 73, 74, 75, 77, 79, 80, 82, 83, 84, 85

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