Gate of stop dam opened when it rains, even after stopping the water, still not closed | बारिश होने पर खोले स्टाप डैम के गेट, पानी रुकने के बाद भी अब तक बंद ही नहीं किए

Gate of stop dam opened when it rains, even after stopping the water, still not closed | बारिश होने पर खोले स्टाप डैम के गेट, पानी रुकने के बाद भी अब तक बंद ही नहीं किए


गंजबासौदा7 घंटे पहले

  • कॉपी लिंक
  • नपा की इस अनदेखी से गर्मी के मौसम में पेयजल के लिए के लिए दिक्कत होगी, घट रहा जलस्तर
  • दुगात्सव के बाद बंद करने की बात, इस साल कम बारिश, पानी की होगी दिक्कत

बेतवा नौलखी कबीट घाट के गेट नगर पालिका एक महीने बाद नव दुर्गा पर्व समापन पर बंद करेगी। इस साल सामान्य से कम बारिश हुई है। नदी के जल स्तर में कमी आना शुरू हो चुकी है लेकिन नपा इस उम्मीद में है कि अक्टूबर तक बारिश हो जाए। बारिश के लिए यह गेट खोले गए थे लेकिन बारिश थमने के बाद डेम का पानी रोकने के लिए गेट बंद किए जाना जरुरी है। सामान्य से कम बारिश होने के कारण इस साल गर्मियों के दौरान पानी की कमी आ सकती है। खरीफ फसल की कटाई तेज गति से चल रही है। इसके बाद रबी फसल की तैयारियां शुरू हो जाएंगी।

बेतवा नदी का जल स्तर भी धीरे धीरे घट रहा है। रबी फसल बोवनी के लिए बेतवा नदी किनारे बसे गांवों में सिंचाई शुरू होगी। इससे जल स्तर में तेजी से कमी आने लगेगी। वर्तमान में बारिश के हालात देखते हुए नगर की एक लाख आबादी के लिए स्टाप डेम में जल का संरक्षण जरूरी है।

गर्मी में आती है कमी

गर्मी के दौरान बेतवा में जल स्तर कम हो जाता है। इससे जल संयंत्र को संकट खड़ा हो जाता है। इसी संकट से निपटने के लिए स्टाप डेम का निर्माण कराया गया है। इसका असर यह हुआ कि नई योजना शुरू होने से पहले गर्मी में जल वितरण पर नपा ने 29 लाख रुपए तक खर्च कर चुकी है लेकिन पिछले दो सालों से नपा को जल वितरण पर राशि खर्च नहीं करना पड़ी।

230 मीटर लंबा है स्टाप डैम

बेतवा नौलखी घाट पर बनाया गया स्टाफ डेम की लंबाई 230 मीटर है। इसमें 3 मीटर उंचे और डेढ़ मीटर चौड़े 30 दरवाजे रखे गए हैं। एक दरवाजे में दो-दो फीट के चार गेट लगते हैं। इस प्रकार पूरे दरवाजों में 120 गेट फंसाए जाते हैं। इन दरवाजों को बारिश के दौरान खोल दिया जाता है। इससे इनको नुकसान हो। पानी के साथ बहकर आने वाला कचरा स्टाप डेम में न भर सके। जैसे ही बारिश बंद होती है इन दरवाजों को बंद कर दिया जाता है। इससे स्टाप डेम में पानी को रोका जा सके। दरवाजों का निर्माण खास किस्म के लोहे से किया गया है।

उपभोक्ताओं की संख्या 6 हजार पार

इस साल तक नगर में जल उपभोक्ताओं की संख्या बढ़कर छह हजार हो चुकी है। संभावना है कि आने वाले सालों में यह संख्या बढ़कर 7 हजार तक पहुंच जाएगी। जबकि अभी कई गलियों में पाइप लाइनें नहीं है। नई लाइनें डालने का कार्य होना है। परिषद से लाइनें डालने के लिए स्वीकृति मिल चुकी है। बजट नहीं होने की वजह से काम नहीं हो पा रहा है।

नव दुर्गा उत्सव बाद बंद किए जाएंगे स्टाप डेम के गेट

यह बात सही है कि बारिश सामान्य से कम हुई। स्टाप डेम के गेट अगले महीने नव दुर्गा उत्सव के बाद बंद किए जाएंगे। यदि बीच में बारिश हुई तो परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए अभी स्टाप डेम के गेट बंद नहीं किए गए हैं।
सुधीर उपाध्याय, नगर पालिका गंजबासौदा।

रोज लगता है 18 एमएलडी पानी : शहर के उपभोक्ताओं को इन दिनों कम से कम 18 एमएलडी जल प्रतिदिन लगता है। इसी जल की पूर्ती के लिए यह स्टाप डेम बनाया गया है। वैसे डेम में जल संग्रहण की क्षमता मांग से अधिक 6.2 क्यूबिक मीटर है। जबकि नई जल आवर्धन योजना की क्षमता 24 एमएलडी प्रतिदिन की है।

0



Source link