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- After 3 And A Half Hours Of Treatment, Patidar Hospital Gave A Bill Of 37 Thousand, After Protest It Reduced 12 Thousand
उज्जैन11 घंटे पहले
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माधवनगर हॉस्पिटल
- शुरुआती इलाज के बाद महिला को रैफर किया, मेडिकल कॉलेज में वेंटिलेटर खाली नहीं मिला, माधवनगर में भर्ती किया, जहां रविवार सुबह महिला की मौत
- आईसीयू पर 28 घंटे तक ताला अधूरे स्टाफ के बीच चालू किया
कोरोना संक्रमण काल में बढ़ते मरीजों के बीच में प्राइवेट हॉस्पिटल्स मरीजों से मनमाने चार्जेस वसूल रहे हैं। ऐसा ही एक और मामला सामने आया है। पाटीदार हॉस्पिटल में भर्ती महिला मरीज उम्र 56 साल निवासी इंद्रानगर को 37 हजार रुपए का बिल थमाया गया। परिवार के लोगों ने बिल की राशि ज्यादा होने पर विरोध जताया तो हॉस्पिटल प्रबंधन ने 12 हजार रुपए कम भी कर दिए। बिल का भुगतान करने के बाद महिला को आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज के लिए रैफर किया गया। जहां वेंटिलेटर खाली नहीं मिला, उसके बाद कोविड-19 माधवनगर हॉस्पिटल में भर्ती किया, जहां रविवार सुबह महिला की मौत हो गई।
25 हजार का बिल किया, 6490 रु. मेडिकल के अलग दिए
महिला शिक्षिका थी। तबीयत खराब होने पर पाटीदार हॉस्पिटल ले जाया गया। यहां केवल साढ़े तीन घंटे भर्ती रखा और परिवार को 37 हजार का बिल थमाया गया। परिजन चौंक गए, उन्होंने कहा, इतना बिल कैसे? विरोध के बाद हॉस्पिटल ने 12 हजार रुपए कम करते हुए बिल 25 हजार कर दिया। हॉस्पिटल में संचालित मेडिकल का 6490 रुपए बिल अलग से दिया। भुगतान करने के बाद महिला को रैफर किया गया।
महिला को माधवनगर हॉस्पिटल में भर्ती किया गया, जहां रविवार सुबह 10 बजे उसकी मौत हो गई। महिला के पुत्र राहुल सोनी का आरोप है कि पाटीदार हॉस्पिटल में उनकी मम्मी को पॉजिटिव बता दिया गया। यहां साढ़े तीन घंटे के 37 हजार का बिल बना दिया गया। हम लोग जैसे-तैसे 25 हजार हॉस्पिटल के व 6490 रुपए मेडिकल का भुगतान कर मम्मी को आरडी गार्डी कॉलेज ले गए, जहां वेंटिलेटर खाली नहीं होने से माधवनगर हॉस्पिटल ले गए, जहां पर रविवार सुबह उनकी मौत हो गई। उन्होंने कहा कि मैं पाटीदार हॉस्पिटल के खिलाफ केस करूंगा। माधवनगर हॉस्पिटल में जांच करवाने पर रिपोर्ट निगेटिव आई।
लीवर में कैंसर फैल गया था
मरीज के लीवर में कैंसर फैल गया था। स्क्रीनिंग पर वह पॉजिटिव पाई गई थी। इलाज के खर्च की राशि का ही बिल दिया था। महिला का इलाज जारी था, इसी बीच परिवार के लोग मरीज को यहां से ले गए।
डॉ. महेंद्र पाटीदार, डायरेक्टर, पाटीदार हॉस्पिटल
मुख्यमंत्री शिवराज से से उद्घाटन कराकर बंद कर दिया था
माधवनगर हॉस्पिटल के आईसीयू का उद्घाटन होने के बाद अस्पताल प्रशासन ने इसे बंद कर दिया। यहां मरीजों को भर्ती करना तो दूर गेट को लॉक कर दिया। उद्घाटन के बाद 28 घंटे तक आईसीयू के बंद रहने के बाद शनिवार रात 9 बजे लॉक खोला। यहां पर अधूरे स्टाफ के बीच 4-5 मरीजों को भर्ती किया गया। आईसीयू के मान से अभी पर्याप्त स्टाफ नहीं है। यहां पर 5 डॉक्टर, 26 स्टाफ नर्स और 14 वार्ड बाय तथा सफाईकर्मियों की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 18 सितंबर को माधवनगर हॉस्पिटल के नए आईसीयू का उद्घाटन किया था। उस समय उन्होंने कहा था कि अब यहां पर गंभीर मरीजों को इलाज मिल सकेगा। उद्घाटन के बाद आईसीयू बंद कर दिया।
लोगों में यह चर्चा का विषय बन गया कि करोड़ों रुपए खर्च और मुख्यमंत्री के हाथों उद्घाटन होने के बाद भी आईसीयू चालू नहीं किया है। हॉस्पिटल प्रशासन ने शनिवार रात में आईसीयू चालू करवाया। पांच डॉक्टर की पोस्टिंग के आदेश जारी किए हैं, बाकी स्टाफ की भी पोस्टिंग की जा रही है। कोविड-19 के नोडल अधिकारी डॉ. एचपी सोनानिया का कहना है आईसीयू चालू है, यहां पर गंभीर मरीजों को भर्ती किया है। 20 बेड के मान से स्टाफ भी उपलब्ध करवाया जा रहा है।
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