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- Revenue Offices Opened Today In Madhya Pradesh Bhopal; 60 Thousand Employees Stop Work After Chhindwara SDM CP Patel Face Blackened
भोपाल3 मिनट पहले
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भोपाल के एमपी नगर का राजस्व कार्यालय खुला रहा। इसमें सिर्फ कोविड से जुड़े कार्य ही किए गए। आम लोगों के कोई काम नहीं हुए।
- प्रदेश के 60 हजार अधिकारी और कर्मचारियों ने काम बंद किया, सिर्फ कोविड के काम हो रहे
- भोपाल में ही करीब 1800 पेशियां टलीं, जाति प्रमाण पत्र से लेकर नामांतरण के काम अटके
मध्य प्रदेश के चौरई ब्लॉक के छिंदवाड़ा एसडीएम सीपी पटेल के मुंह पर कालिख पोतने के विरोध में राज्य प्रशासनिक सेवा के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की हड़ताल का प्रदेश में खासा असर नजर आया। डिप्टी कलेक्टर से लेकर संयुक्त कलेक्टर, अपर कलेक्टर, तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक, पटवारी और कोटवार के काम बंद करने के कारण आम लोग परेशान होते रहे।

संघ ने जिला स्तर पर प्रदेश में ज्ञापन दिए।
अभी तक सरकार की तरफ से कोई आश्वासन नहीं मिलने के कारण मंगलवार को भी कोई काम नहीं होगा। हड़ताल जारी रखने का निर्णय लिया गया है। प्रदेश में करीब 60 हजार अधिकारी और कर्मचारी अनिश्चित कालीन हड़ताल पर हैं। मध्य प्रदेश प्रशासनिक सेवा संघ ने सोमवार को कलेक्टर और जीएडी में ज्ञापन सौंपा। सीएम से मुलाकात का समय मांगा है।

भोपाल में राजस्व से जुड़े कोई कार्य नहीं हुए। यह ऑफिस एमपी नगर का ऑफिस है।
इन कामों पर पड़ा असर
लोगों के आय प्रमाण पत्र से लेकर जाति प्रमाण पत्र और बाढ़ से होने वाले नुकसान का सर्वे का कार्य नहीं किया गया। सिर्फ कोविड-19 से जुड़े कार्य ही किए गए। इस हड़ताल को कई और संगठनों का भी समर्थन मिला है। कर्मचारी अब तक मांग पूरी होने तक काम करने के मूड में नहीं है। उनकी मांग है कि राजस्व के कर्मचारियों को सुरक्षा दी जाए और भीड़ में ज्ञापन आदि लेने की प्रथा को बंद कर दिया जाए।

ज्ञापन सौंपने के बाद संघ ने मुख्यमंत्री से समय मांगा है। उनसे मिलने के बाद ही हड़ताल को लेकर कोई निर्णय लिया जा सकेगा। तब तक सभी काम बंद रहेंगे।
हमें सुरक्षा मिलना जरूरी
मध्य प्रदेश प्रशासनिक सेवा संघ के प्रवक्ता तहसीलदार मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि हड़ताल के कारण प्रदेश में भर लाखों की संख्या में लोगों से जुड़े कार्य प्रभावित हुए हैं। हमने इस संबंध में अनिश्चित कालानी हड़ताल शुरू की है। सोमवार को कलेक्टर के साथ ही जीएड में भी एक-एक ज्ञापन दिए हैं। मुख्यमंत्री से मिलने का समय मांगा है। उनसे बातचीत के बाद ही हड़ताल को जारी रखने या खत्म करने को लेकर निर्णय लिया जाएगा। मंगलवार को भी हड़ताल जारी रहेगी। बस, हम इतना ही चाहते हैं। हमें पर्याप्त सुरक्षा और सम्मान मिले।
भोपाल में यह काम प्रभावित हुए
भोपाल जिले में सात तहसील हैं। ऐसे में सोमवार को हड़ताल के कारण कई लोगों को काफी परेशानी हुई। जमीन और नौकरी और स्कूल के लिए जरूरी कागजात नहीं मिल सके। जिन्हें शनिवार और रविवार के बाद सोमवार इस संबंध में पेशी या ऑफिस आने का समय दिया गया था, उन्हें भी निराशा ही हाथ लगी।
यह रही स्थिति
| काम | संख्या |
| नामातंरण | 250 |
| जाति प्रमाण पत्र | 175 |
| निवास प्रमाण पत्र | 130 |
| आय प्रमाण पत्र | 200 |
| पेशियां | 1800 |
| वीपीएल कार्ड | 350 |
| बंटान | 150 |
नोट : आंकड़े अधिकारियों से बातचीत के आधार पर संभावित हैं।
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