मुंगावली17 घंटे पहले
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शहर से ग्रामीण क्षेत्र में जाने वाले छोटे वाहनों में वाहन संचालक जमकर ओवरलोडिंग कर रहे हैं। इससे कभी भी गंभीर हादसा हो सकता है। जिम्मेदार अधिकारियों ने इन वाहनों पर लंबे समय से कार्रवाई नहीं की है। इससे यह वाहन संचालक बैखौफ होकर ओवरलोड सवारियां ढो रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में जाने वाले ऑटो, मैजिक वाहनों में ठूंस-ठूंस कर सवारियां भरी जा रही हैं। नियमानुसार 7+1 मैजिक वाहन में 25 से 30 सवारियां बैठाई जाती हैं। इनमें जितनी सवारियां अंदर बैठती हैं उतनी ही सवारियों को वाहन के पीछे लटकाकर जोखिम भरा सफर कराया जाता है।
कई बार वाहन की गति अधिक होने व स्पीड ब्रेकर एवं गड्ढों के अचानक आने से पीछे खड़ी सवारियां गिर जाने के कारण चोटिल हो जाती है। आए दिन इस तरह की दुर्घटनाएं होने के बाद भी वाहन चालकों द्वारा ओवरलोडिंग बंद नहीं की जा रही है। ग्रामीण क्षेत्र में चलने वाले वाहन संचालक यात्रियों से मनमाना किराया वसूलते हैं। किराए को लेकर वाहन संचालकों का आय दिन यात्रियों से विवाद भी होता रहता है। इसके बाद भी परिवहन विभाग व पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है। इसका खामियाजा यात्रियों को ही भुगतना पड़ता है।
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