श्योपुर10 घंटे पहले
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शहर के गिराज घाट पर सफाई करते लोग।
- ग्रामीणों ने बारिश से बिगड़े 21 गांव में सफाई का बीड़ा उठाया, चार दिन में दो गांव के रास्ते व नालियां साफ कीं
बारिश से बिगड़े रास्ते व कीचड़ की समस्या की नगरपालिका व ग्राम पंचायतें अनदेखी कर रही है। सरकारी स्तर पर बारिश से बिगड़े हालात सुधारने के लिए लोग खुद आगे आए हैं। शहर में उत्साही युवाओं ने सोमवार को तीन घंटे श्रमदान से गिर्राज घाट की सफाई कर दी। पूरे घाट पर कीचड़ फैलने के कारण तीन माह से नहाने धोने के लिए लोगों ने जाना बंद कर रखा था। महादेव मंदिर पर पूजा दर्शन के लिए रोजाना आने वाले श्रद्धालु परेशान थे। युवाओं ने श्रमदान से पूरा कीचड़ हटाकर घाट को धो डाला। वहीं राड़ेप क्षेत्र में लोगों ने 21 गांव की सफाई करने का बीड़ा उठाया है। इसकी शुरुआत मेखडाहेड़ी पंचायत से की गई है। दो गांव के निवासियों ने चार दिन में आम रास्ते और नालियों की सफाई की है।
मोहल्ले के लोगों ने भी किया काम
गिर्राज घाट पर श्रमदान करने वालों में रामलखन नापाखेड़ली, बिहारीसिंह सोलंकी, पार्षद दीपचंद रैगर, सुनील राठौर, महेंद्र रैगर, महावीर लोधा, दीपचंद बाथम, मोहन राठौर सहित गिर्राज घाट क्षेत्र के स्थानीय निवासी लोगों ने भी भाग लिया।
अलग तरीके का अभियान
^ग्रामीणों ने बारिश से बिगड़ी स्थिति सुधारने के लिए स्वप्रेरित होकर खुद समस्या हल करने की पहल की है। यह अपने तरीके का एक अलग अभियान है।
सीमा विष्णु जाट, उपाध्यक्ष, जिला पंचायत श्योपुर
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