जबलपुर7 मिनट पहले
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लाॅकडाउन के बाद क्लास में पहले दिन सोशल डिस्टेंस के साथ हुई पढ़ाई।
- 9वीं से 12वीं तक के शहर में आंशिक रूप से खुले स्कूल
- छात्रों का कहना स्कूल खुलने से पढ़ाई में होगी सहूलियत
शहर के स्कूल सोमवार से आंशिक रूप से हर रोज तीन घंटे के लिए खुल गए। 9वीं से 12वीं तक के छात्र सीमित संख्या में स्कूल पहुँचे, छात्रों ने न सिर्फ चेहरों पर मास्क लगाकर रखे, बल्कि अपने दोस्तों से दूरी भी बतौर सावधानी बनाकर रखी। उनका कहना रहा कि वर्चुअल क्लासों के मुकाबले स्कूल में आने से उनकी सिलेबस से संबंधित दिक्कतें दूर हुईं। स्कूलों में कोविड-19 से बचने के लिए सभी सावधानियों का ध्यान रखा जा रहा है।
10-12वीं की हुई पूरक परीक्षाएँ| 16 केन्द्रों में सोमवार को 10वीं-12वीं की पूरक परीक्षाएँ सोशल डिस्टेंसिंग के साथ पूरी हो गईं। दोनों कक्षाओं का विज्ञान का आखिरी पेपर था। डीइओ सुनील नेमा के अनुसार माशिमं द्वारा हाई और हायर सेकेण्डरी स्कूलों के लिए आयोजित पूरक परीक्षा के लिए 10वीं-12वीं के कुल 2156 छात्र थे, जिनमें से 1882 छात्र आखिरी पेपर में शामिल हुए।
मैं अपने परिजनों की इजाजत लेकर ही स्कूल गई। पहले दिन थोड़ा डर जरूर लगा, लेकिन सिलेबस से संबंधित शंकाओं का समाधान करने स्कूल जाना जरूरी भी था।
सोनाली कोष्टा, 12वीं मॉडल स्कूल
बहुत दिनों के बाद स्कूल जाना अच्छा लगा। पहले मन में एक डर था, लेकिन कब तक डर के साए में हम जिएँगे। ऑनलाइन क्लास में उतना समझ में नहीं आता, जितना क्लास में आता है।
पीयूष विश्वकर्मा, 12वीं मॉडल स्कूल
पहले दिन टीचर्स के साथ लॉकडाउन के बुरे अनुभवों को शेयर किया। पूरी सावधानी के साथ स्कूल गए। पूरे समय मास्क लगाकर रखा, दूरी भी बनाकर रखी।
साक्षी यादव, एमएलबी स्कूल कक्षा 11वीं
काफी दिनों बाद क्लासमेट्स के साथ एक साथ रहना अच्छा लगा। पहले दिन जरा सा भी डर नहीं लगा। सभी दोस्तों ने बैठकर रूपरेखा बनाकर तय किया कि आगे पढ़ाई कैसे की जाए।
साहिल जायसवाल, 12वीं मॉडल स्कूल
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