खंडवा21 घंटे पहले
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- 62 दिनों में कुल 555 पॉजिटिव मरीज मिले व 4 की हो चुकी है मौत, फिर भी लापरवाही बरत रहे लोग; सोमवार को 5 की रिपोर्ट आई पॉजिटिव
जिले में कोरोना की रफ्तार कम होने की बजाय तेजी से बढ़ रही है। खासकर सितंबर के 21 दिनों में जितने मरीज मिले उतने पिछले दो महीने भी नहीं मिले, जबकि रोज 250 से 300 लोगों की सैंपल जांच हो रही है। 100 लोगों में से 5 कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे हैं। कोरोना को लेकर 22 मार्च से जिले के लोग सतर्क हो गए थे। इस बीच 8 अप्रैल को पहली बार 5 मरीज मिले थे। पूरे महीने में कुल 35 पॉजिटिव मरीज मिले, जिनमें से 7 की मौत हो गई। इसके बाद मई में कोरोना का कहर दिखने लगा। 31 दिनों में 197 मरीज मिले, जिनमें से 7 ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। जून में फिर ये आंकड़ा कुछ कम हुआ। 69 मरीजों में 3 की मौत हो गई। इसके बाद जुलाई में सर्वाधिक 356 मरीजों में 3 की मौत हो गई। अगस्त में 199 मरीजों में 2 की मौत हो गई।
स्वास्थ्य विभाग ने सितंबर को लेकर पहले ही अलर्ट जारी कर लोगों को सावधान कर दिया था। बावजूद इसके लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया। बगैर मास्क के घर से निकले। पुलिस व जिला प्रशासन के अधिकारियों ने लोगों को समझाया, नहीं माने तो चालानी कार्रवाई भी की। सितंबर में किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं की गई। बगैर मास्क के ही लोग सरकारी कार्यालयों व सार्वजनिक जगहों पर आ-जा रहे हैं। इसलिए सितंबर के 21 दिन में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 487 तक पहुंची। इनमें से 8 लोग दम तोड़ चुके हैं।
इसलिए भी बढ़ा संक्रमण
शहर में छोटे-मोटे आयोजन, धरना, रैली व अन्य कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। जिन पर पहले रोक लगी हुई थी। पुलिस-प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई से लोगों में डर था। अब ये धीरे-धीरे खत्म हो रहा है। सार्वजनिक स्थानों पर हो रही भीड़ को रोक नहीं पा रहे हैं।
जल कर भरने के लिए काउंटर पर एक-दूसरे से चिपककर खड़े लोग
निगम के कैश काउंटर पर सोमवार दोपहर 2 बजे जलकर टैक्स भरने के लिए लोगों की भीड़ लग गई थी। लोग एक-दूसरे से चिपककर खड़े हुए थे। कई लोग मास्क नीचे रखकर खड़े थे। कतार में खड़े लोगों ने कहा कि निगम को बकाया टैक्स वसूलने की चिंता तो है, लेकिन लोगों के स्वास्थ्य की नहीं। टैक्स भरना है इसलिए मजबूरी में कतार में खड़े होना पड़ रहा है। किसी कर्मचारी की भी ड्यूटी नहीं है। कतार में खड़े लोगों के बीच खांसने-छींकने की बात को लेकर विवाद भी हुए। टैक्स जमा करने आए उपभोक्ताओं का टैंपरेचर भी चेक नहीं किया जा रहा।
कोई रोकने वाला नहीं, बिना मास्क पहने वकील से मिले लोग, टाइपिंग भी करवाई
जिला न्यायालय में सोमवार दोपहर 3 बजे मुंशी और वकीलों के बीच कई पक्षकार बगैर मास्क के बतिया रहे थे। वकील मोहन गंगराड़े के पास दो पक्षकार बगैर मास्क के आए टेबल से चिपककर कहने लगे वकील साहब हमारी पेशी का क्या हुआ। उन्होंने पक्षकारों से कहा कम से कम मुंह पर मास्क नहीं है तो गमछा ही लपेट लो। अधिवक्ता देवेंद्र यादव ने भी हिदायत दी। कोर्ट में सोमवार से नियमित सुनवाई शुरू हुई है। सभी न्यायाधीशों ने सुबह 10.30 से शाम 5.30 बजे तक ऑनलाइन सुनवाई की। वकील पक्षकार व कर्मचारी मिलाकर 1500 लोग न्यायालय पहुंचे, जबकि रोज करीब 600 पहुंचते थे।
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