The amount of crop insurance was to come to the accounts of farmers with a single click, the list did not come even in 5 days | सिंगल क्लिक से किसानों के खाताें में आना थी फसल बीमा की राशि, 5 दिन में सूची भी नहीं आई

The amount of crop insurance was to come to the accounts of farmers with a single click, the list did not come even in 5 days | सिंगल क्लिक से किसानों के खाताें में आना थी फसल बीमा की राशि, 5 दिन में सूची भी नहीं आई


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राजगढ़4 घंटे पहले

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  • खरीफ सीजन 2019 के नुकसान की बीमा राशि पाने किसान पांच दिनों से परेशान

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत जिले को पहली बार 498 करोड़ से अधिक की फसल बीमा राशि मिलनी थी। इसके लिए दावा किया गया था कि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के सिंगल क्लिक के माध्यम से 18 सितंबर को सभी किसानों के खाते में बीमा राशि पहुंचेगी। इसके बावजूद बीमा क्लेम की राशि किसानों के खाते में पांच दिन बाद भी नहीं पहुंची है। अब बैंकर्स और किसान रोजाना परेशान हो रहे हैं। इसी मामले को लेकर जिले के अलग अलग हिस्सों में किसान परेशान हैं और अपने हक के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों ने मंगलवार को फिर खिलचीपुर नाके पर प्रदर्शन करते हुए कलेक्टर को ज्ञापन दिया है। पिछले साल सोयाबीन की फसल पूरी तरह खराब हो गई थी। अधिकांश क्षेत्र में शत-प्रतिशत नुकसान हुआ था, जिसका फसल बीमा पिछले सप्ताह शुक्रवार को आना था, लेकिन यह बीमा राशि 15 दिन देरी के बाद भी देर शाम तक किसानों के खाते में नहीं पहुंची है। जबकि पिछले साल जिलेभर की फसलों में 40 से 70 प्रतिशत तक नुकसान हुआ था। जानकारी के अनुसार पिछले साल सोयाबीन तीन लाख 12 हजार हेक्टेयर क्षेत्र मेे बोई गई थी। इसमें से अधिकांश किसानों के बीज भी नहीं निकला था। सालभर से फसल बीमा का इंतजार कर रहे किसान को 15 दिन बाद भी यह राशि नहीं मिली। 18 सितंबर को 11 बजे किसानों के खाते में राशि आना थी, लेकिन देर शाम तक किसानों को मिलने वाले बीमा की सूची बैंकों में नहीं पहुंची थी। अब सिंगल क्लीक की राशि जारी हुए पांच दिन हो गए, लेकिन आज तक यह राशि किसानों के खाते में नहीं पहुंची है। इसके चलते किसान व बैंकर्स रोजाना परेशान हो रहे है। फसल बीमा को लेकर दोनों विभाग के अलग-अलग दावे: फसल बीमा को लेकर कृषि विभाग अौर लीड बैंक के आंकड़ों में अंतर है। शुक्रवार को कृषि उपसंचालक हरीश मालवीय ने एक सूची जारी की थी। जिसमें जिलेभर के 2 लाख 33 हजार किसानों को 498 करोड़ 17 लाख 10 हजार 694 रुपए मिलने की बात कही थी, लेकिन दूसरे दिन लीड बैंक मैनेजर आरएस सिंह ने दूसरी सूची जारी की। इसमें बीमा राशि घटकर कम हो गई है। लीड मैनेजर आरएस सिंह ने बताया कि कृषि विभाग की सूची में दूसरे जिले के किसान व बैंक की राशि जुड़ी हुई थी। जिसे कम करने के बाद जिले में लाभांवित किसानों की संख्या 2 लाख 31 हजार 798 रह गई है जि‍न्हें 427 करोड़ 33 लाख रुपए की बीमा राशि मिलेगी।

कलेक्टर ने चार दिन में पंचायतों में सूची चस्पा होने का किया था दावा
फसल बीमा की राशि को लेकर जिलेभर में किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। जिन पंचायत के नाम इस सूची में नहीं है वह रोजाना विरोध प्रदर्शन करने हुए सड़कों पर जाम लगा रहे है। इसको लेकर कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने पांच दिन पहले प्रेसनोट जारी कर कहा था कि चार दिन के अंदर सभी ग्राम पंचायत में फसल बीमा के लाभांवित किसानों की सूची गांव की चौपाल पर लग जाएगी। लेकिन यह सूची आज तक गांवों में चस्पा नहीं हो रही है। इसके चलते किसान रोजाना परेशान हो रहे है।

बैंक शाखाओं में कही भी किसानों की सूची नहीं आई
पिछले साल की खरीफ फसल बीमा राशि की जानकारी लगने के बाद जिलेभर के ढाई लाख से ज्यादा किसान रोजाना परेशान हो रहे हैं। यह किसान रोजाना बैंक व सहकारी समिति के चक्कर लगा रहे हैं लेकिन किसानों केा बीमा राशि की जानकारी नहीं लग पा रही है। क्‍योंकि जिलेभर की सवा सौ से अधिक बैंकों में ना तो यह फसल बीमा की राशि पहुंची है और ना ही इन बैंकों में मिलने वाली राशि की सूची आई है। इसके चलते सोशल मीडिया पर चल रही फसल बीमा राशि की सूची को अधिकांश लोग अधिकृत नहीं मान रहे हैं।

नाराज किसान कर रहे हैं रोज प्रदर्शन, तीसरे दिन भी चक्काजाम किया
फसल बीमा की राशि नहीं मिलने से नाराज किसानों ने खिलचीपुर नाके पर करीब आधे घंटे प्रदर्शन किया। इस दौरान वे सड़क पर बैठ गये और नारे बाजी की। प्रदर्शन के दौरान यातायात बाधित हो गया और वाहनों की लंबी कतार लग गयी। सूचना पर थाना प्रभारी पहुंचे और किसानों को समझाने की कोशिश की, लेकिन किसानों ने नारेबाजी जारी रखी और उसके थोड़ी देर बाद किसान यहां से नारेबाजी करते हुए कलेक्टोरेट परिसर पहुंचे और कलेक्टर को अपनी मांगों के संबंध में एक ज्ञापन सौँपा। इस दौरान खुजनेर क्षेत्र व आसपास क्षेत्र के किसान बड़ी संख्या में मौजूद रहे। इससे पहले भी पिछले दाे दिनाें में सुठालिया, ब्यावरा अाैर खुजनेर के किसान चक्काजाम अाैर प्रदर्शन कर चुके हैं।

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