छतरपुर5 घंटे पहले
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जिला अस्पताल में 4 महीने से चल रहा था कोविड आईसीयू बनाने का काम
- जिला अस्पताल } 25 नए पॉजिटिव मिले, इनमें 11 छतरपुर शहर के, एक मरीज मेडिकल कॉलेज रैफर
जिला अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए पिछले 4 महीनों से बन रहा कोविड आईसीयू बुधवार को तैयार हो गया। इस आईसीयू में लगाई गई मशीनों की दो दिनों तक टेस्टिंग की जाएगी। इसके बाद इसे निर्माण एजेंसी द्वारा अस्पताल प्रबंधन को हैंडओवर कर दिया जाएगा।
जानकारी के अनुसार पिछले साढ़े तीन महीनों से जिला अस्पताल परिसर में कोविड आईसीयू का निर्माण स्वास्थ विभाग के इंजीनियर्स द्वारा निर्माण एजेंसी के माध्यम से कराया जा रहा है। एक करोड़ की लागत से निर्मित इस आईसीयू कक्ष में 12 कोरोना संक्रमित मरीजों को एक साथ इलाज दिया जाएगा। इस आईसीयू वार्ड में स्वास्थ विभाग द्वारा सेंट्रलाइज एसी, सेंसर उपकरण युक्त बाथरूम और 12 बिस्तरों के लिए ऑक्सीजन लाइन डाली गई हैं। इसके साथ ही डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ के लिए अलग-अलग कक्ष निर्मित किए गए हैं। स्टोर रूम के साथ ही चेंज रूम भी बनाया गया है। वार्ड तैयार होने पर बुधवार के दिन सेंट्रलाइज एसी की टेस्टिंग की गई। गुरुवार और शुक्रवार को बाकी के अन्य उपकरणों की इंजीनियर द्वारा टेस्टिंग की जाएगी। यदि सभी उपकरण सुचारु रूप से कार्य करते हैं तो इसे अस्पताल प्रबंधन के हैंडओवर कर दिया जाएगा।
बुधवार को एसी की हुई जांच, कोई उपकरण फेल हुआ तो लगेगा और समय
स्वास्थ विभाग के सब इंजीनियर अंशुल खरे ने बताया कि बुधवार की देर शाम कोविड आइसीयू तैयार हो गया। फिलहाल इस वार्ड में लगाए गए सेंट्रलाइज एसी की टेस्टिंग की जा रही है। इसके बाद अगले दो दिनों तक वार्ड में लगे अन्य उपकरणों की टेस्टिंग की जाएगी। दाे दिन इसलिए लगेंगे क्योंकि यहां लगाए सभी उपकरणों की एक साथ टेस्टिंग करने से कौन सा उपकरण कार्य कर रहा है और कौन सा नहीं यह पता लगाना मुश्किल होगा। इसलिए एक-एक उपकरण की जांच की जा रही है। बुधवार की सुबह से गुरुवार की सुबह तक सेंट्रलाइज एसी की टेस्टिंग की जाएगी। इंजीनियर ने बताया कि यदि सभी उपकरणों की टेस्टिंग सफल रही तो दो दिन बाद इस वार्ड को अस्पताल प्रबंधन काे हैंडओवर कर दिया जाएगा। यदि कोई उपकरण टेस्टिंग में फैल हो गया तो कुछ समय और लग सकता है। फिलहाल किसी भी उपकरण में अभी तक कोई भी परेशानी नहीं आई है।
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