जबलपुर18 घंटे पहले
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आयुध निर्माणियों की हड़ताल को लेकर जैसे-जैसे वक्त नजदीक आ रहा है कसमसाहट बढ़ती जा रही है। दिल्ली स्थित रक्षा मंत्रालय और फिर आयुध निर्माणी बोर्ड से होते हुए आए फरमान में कहा गया है कि हड़ताल कर्मचारियों का अधिकार है, लेकिन उस दौरान कायदों का बखूबी ख्याल रखा जाए अन्यथा कठोर कार्रवाई की जाएगी। देश के 41 सुरक्षा संस्थानों में 12 अक्टूबर को प्रस्तावित हड़ताल की तैयारियाँ तेज हो गई हैं। आयुध निर्माणी खमरिया में हड़ताल को लेकर प्रशासन और श्रमिक नेताओं की मीटिंग बुलाई गई, मीटिंग में तीनों फेडरेशनों से जुड़ीं यूनियन और अन्य संगठनों के श्रमिक नेता मौजूद रहे।
जनसंपर्क में एकजुटता का संदेश
हड़ताल की तैयारियों के लिए देश भर की ऑर्डनेंस फैक्ट्रियों सहित अन्य रक्षा संस्थानों की यूनियनों ने कमर कस ली है। एआईडीएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष एसएन पाठक ने बताया कि रक्षा विभाग की हर यूनियन प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से हड़ताल में शामिल है या फिर समर्थन कर रही है। जबलपुर स्थित ऑर्डनेंस फैक्ट्रियों जीसीएफ, ओएफके, व्हीएफजे, जीआईएफ की तीनों फेडरेशनों की यूनियनों ने फैक्ट्री के अंदर व्यापक जनसमर्थन का कार्यक्रम चलाया और एकजुटता की अपील की। इस दौरान नेम सिंह, शिव पांडे, रामप्रवेश, श्रीराम मीणा, अरुण दुबे, राममूर्ति मिश्रा, नरेंद्र तिवारी उपस्थित थे।
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