गिरोह युवतियों को भूखा रखता था और बेहिसाब शारीरिक यातनाएं देता था.
अवैध रूप से सीमा पार से आने के कारण ये अपने देश नहीं लौट पाती थीं. गिरोह इन युवतियों को बंधक बनाकर रखता था और उन्हें बेहद यातनाएं दी जाती थीं.
उन युवतियों ने पुलिस को बताया कि उन्हें इंदौर की एक युवती ने इवेंट में काम देने का झांसा दिया था. उसकी बातों में आकर दोनों बंगाल से इंदौर आ गयीं. लेकिन कुछ दिन बाद उन्हें समझ आया कि वो गलत जगह आ गयी हैं जब उन पर अनजान लोगों के साथ जबरिया शारीरिक सम्बन्ध बनाने के लिए दबाब डाला जाने लगा. मना करने पर उन्हें भूखा रखा गया और बेहिसाब शारीरिक यातनाएं दी गयीं. कहीं ये गिरोह के चंगुल से भाग न जाएं इसलिए इनके अश्लील वीडियो बनाए गए. लेकिन आखिरकार ये युवतियां छूटकर भागीं और पुलिस तक पहुंचीं. पुलिस ने इनकी शिकायत पर आरोपियों को पकड़ लिया.इनमें एक युवती भी है. सबके खिलाफ अपहरण और दुष्कर्म सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया है.
13 लड़कियां मुक्त
आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ कि इनका बहुत बड़ा गिरोह है. इनके अन्य साथी भी शहर में मौजूद हैं. पुलिस ने आरोपियो की निशानदेही पर अलग अलग ठिकानों पर छापा मारकर 13 लड़कियों को मुक्त कराया.इनमें कुछ नाबालिग भी हैं.बांग्लादेश से बुलायीं लड़कियां
अब तक जो जानकारी मिली है उससे पता चला है कि गिरोह को सुनियोजित ढंग से चलाया जा रहा था. ये इतने शातिर हैं कि गरीब लड़कियों को अपने जाल में फांसते थे. उन्हें नौकरी का लालच देकर इंदौर बुलाते थे. यहां तक कि बांग्लादेश तक की कुछ युवतियों को गैर कानूनी तरीके से सीमा पार करवाकर इंदौर लाया गया. सभी को देह व्यापार में धकेल दिया गया. बाहर से आयी युवतियों के पास पासपोर्ट नहीं होता था,इसलिए वह खुलकर विरोध भी नहीं कर पाती थीं. इसी का गिरोह फायदा उठा रहा था.
महाराष्ट्र, बंगाल, बिहार पर नज़र
गिरोह की नज़र महाराष्ट्र, बंगाल,और बिहार पर थी. उसने कम शिक्षित और गरीब लड़कियों को टारगेट कर इंदौर में बड़ा काम दिलवाने का लालच देकर यहां बुलाया.विजय नगर पुलिस ने तीन युवतियों सहित दस आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.साथ ही अन्य आरोपियों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है. इनके कब्जे से 25 मोबाइल फोन,लैपटॉप और एक लाख रुपए नगद जब्त किए हैं.
डीआईजी का बयान
इंदौर डीआईजी हरिनारायण चारी मिश्रा के मुताबिक बाहरी राज्यों से युवतियों को इंदौर लाकर उनसे जबरिया देह व्यापार कराया जा रहा था.पुलिस ने कुल दस आरोपी गिरफ्तार किये हैं.उनके खिलाफ मानव तस्करी सहित अन्य गम्भीर मामले दर्ज किए गए हैं.जानकारी जुटाई जा रही है कि उनके इस गिरोह में और कौन कौन मददगार था.