Home isolation patients will be able to consult private doctors by telecalling, number of doctors giving treatment to corona patients released | होम आइसोलेशन के मरीज टेलीकॉलिंग से ले सकेंगे निजी डॉक्टर्स से परामर्श, कोरोना मरीजों को इलाज देने वाले डॉक्टरों के नंबर जारी

Home isolation patients will be able to consult private doctors by telecalling, number of doctors giving treatment to corona patients released | होम आइसोलेशन के मरीज टेलीकॉलिंग से ले सकेंगे निजी डॉक्टर्स से परामर्श, कोरोना मरीजों को इलाज देने वाले डॉक्टरों के नंबर जारी


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भोपाल15 घंटे पहले

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  • मरीज को फीस के रूप में ऑनलाइन देना होंगे 750 रुपए

होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना संक्रमित निजी डॉक्टर्स से खुद के खर्चे पर टेलीकॉलिंग से परामर्श ले सकेंगे। इस व्यवस्था में टेली कॉलिंग से इलाज और अन्य जानकारी के लिए डॉक्टर से परामर्श ले सकेंगे। इसके लिए मरीज को 750 रुपए का भुगतान करना होगा।

यह सुविधा निजी स्तर पर उपलब्ध कराई गई है। ये सभी डॉक्टर कोरोना पेशेंट के लिए सेवाएं देने को तैयार हुए है। मेडिकल एसोसिएशन ने इन डॉक्टरों के नंबर जारी किए हैं। फोन करने पर ये डॉक्टर होम आइसोलेशन के मरीजों को फोन से परामर्श देंगे। वे इलाज करेंगे और दवाई बताएंगे।

इसके लिए इन्हें निजी स्तर पर 750 रुपए फीस का भुगतान करना होगा। यह पूरी तरह से निजी सेवा पर आधारित है। डॉक्टर्स मरीज को ऑनलाइन ही दवाओं का ब्योरा भेजेंगे। इसके बाद मरीज के अटेंडेंट को दवा लाना होगी। यह प्रयास किया जाएगा कि मरीज का इलाज वीडियो कॉलिंग से किया जाए। डॉक्टर को फीस का भुगतान भी ऑनलाइन पेमेंट मोड पर करना होगा।

ट्रूनेट सिस्टम से कोरोना जांच को ही माना जाएगा कन्फर्म

कोरोना की जांच के लिए अभी तक आरटी-पीसीआर जांच को ही सबसे प्रमाणिक माना जाता था, लेकिन अब ट्रूनेट सिस्टम से कोविड-19 मल्टीप्लेक्स जांच को ही पूरी तरह कन्फर्म माना जाएगा। ट्रूनेट से जांच की मल्टीप्लेक्स विधि विकसित होने के बाद यह निर्णय लिया गया है। पूर्व में ट्रूनेट से जांच पर लक्षणों के आधार पर शंका होने पर पुष्टि आरटीपीसीआर टेस्ट किया जाता था।

पहले ट्रूनेट से बीटा कोविड ई जीन स्क्रीनिंग जांच होती थी, इसके बाद सार्स कोविड-2 आरडीआरपी जीन कन्फर्मेटरी जांच करने के बाद इसे कन्फर्म माना जाता था, लेकिन अब यह दोनों जांच एक साथ कोविड-19 मल्टीप्लेक्स विधि से की जा सकती हैं। इसलिए अब आरटी-पीसीआर आधारित कन्फर्मेटरी टेस्ट पर निर्भरता नहीं रहेगी। आरटीपीसीआर मशीन से कोविड की जांच में ज्यादा वक्त लगता है, जबकि ट्रू-नेट से कम समय में कोविड जांच की जा सकती है।

स्वैच्छिक सेवा है यह

यह सुविधा होम आइसोलेशन के उन मरीजों के लिए है, जो लोग टेली कॉलिंग से इलाज करवाना चाहते हैं। यह स्वैच्छिक सेवा है। अगर कोई परामर्श लेना चाहता है तो संबंधित डॉक्टर को कॉल कर सकता है।
– अविनाश लवानिया, कलेक्टर



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