रतलाम21 घंटे पहले
- कॉपी लिंक
- 1 जुलाई से 24 सितंबर तक चलाया विशेष अभियान
गुरुवार को खत्म हुआ पुलिस के ऑपरेशन मुक्ति अभियान ने अपराधों पर लगाम लगा दी है। हमेशा की तरह संक्रमण काल में भी शराब और सट्टा माफिया आगे रहे। 1 जुलाई से 24 सितंबर तक चले 86 दिनी अभियान में जिले के 20 थाना क्षेत्र में आर्म्स, एडीपीएस, एक्साईज, गैंबलिंग और सट्टा एक्ट के 719 केस बने। 77 फीसदी अवैध शराब परिवहन और सट्टा एक्ट के हैं। इसमें भी 57 प्रतिशत एक्साइज एक्ट के हैं। पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी के नेतृत्व में चले अभियान में सबसे बड़ी सफलता चिट फंड कंपनी के मामले में मिली। थानों में लगाए विशेष कैंप में पुलिस को सहारा इंडिया, धनवर्षा डेवलपर्स, मालवणात यूएसके, सहारा कोऑपरेटिव सोसायटी जैसी कंपनियों की शिकायत मिली। इनके खिलाफ 12 केस बनाए। अब तक 646 खाते के प्रकरणों का निराकरण कर 2 करोड़ 70 लाख 88 हजार 748 रुपए वापस दिलवाए। पुलिस अधीक्षक तिवारी के अनुसार अभियान के तहत की गई सख्ती जारी रहेगी। महकमे को उसी तरह अलर्ट रहने की हिदायत दी गई है।
फैक्ट फाइल
1 जुलाई से 24 सितंबर तक अभियान चला 20 जिले के थाने 719 कुल प्रकरण बने 78 आर्म्स एक्ट के 10 एडीपीएस एक्ट के 413 एक्साइज एक्ट के 77 जुआं एक्ट के 141 सट्टा एक्ट के
अभियान में क्या-क्या कार्रवाई हुई
फरार- 9 लाख रुपए के 199 इनामी बदमाशों को पकड़ा। रंगदारी- 29 नई गुंडा फाइल खोलकर कार्रवाई की, जिससे रंगदारी रुकी। अवैध शराब –413 प्रकरण 424 के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर करीब 2500 लीटर अवैध शराब जब्त की। सट्टा- 141 मामलों में 149 सट्टेबाजों को पकड़ा अवैध मादक पदार्थ – जावरा शहर, नामली, ताल, स्टेशन रोड, बिलपांक, कालूखेड़ा, रिंगनोद थाना क्षेत्र में 10 केस बनाए। ताल में 1 किलो एमडीएमए जैसे मादक पदार्थ भी पकड़े। जिलाबदर– 109 अपराधियों के प्रकरण तैयार किए थे। इनमें से 9 को अलग-अलग समय सीमा के लिए जिले से बाहर किया गया। वहीं 37 अपराधियों से सदाचरण के लिए बांड भरवाए।