भोपाल में वाहनों की जांच करती पुलिस.
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में जिस समय लॉकडाउन (Lockdown) चल रहा था, उस समय पुलिस (Police) चालानी कार्रवाई के तहत लोगों से जमकर समन शुल्क वसूली कर रही थी.
विधानसभा के एक दिन के सत्र के दौरान विधायकों के प्रश्नों के उत्तर लिखित में उन तक पहुंचाने का काम किया जा रहा है. पूर्व मंत्री व कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने भी गृह विभाग से लॉकडाउन के दौरान पुलिस द्वारा चालानी कार्रवाई से की गई वसूली की जानकारी मांगी थी.
पेश किए ये आंकड़े
एक सवाल के जवाब में गृह मंत्री ने विधानसभा में बताया कि 01 अप्रैल 2020 से लेकर 31 अगस्त 2020 तक प्रदेश में 15 करोड़ 55 लाख 86 हज़ार 120 रुपए समन शुल्क राशि जमा की. इस राशि को लेकर कांग्रेस का आरोप है कि यह वह राशि जो लॉकडाउन के समय मे गरीबो से तब वसूली गई, जब लोगों के पास पैसा नहीं था. यह ज़्यादती की है सरकार ने. कांग्रेस ने उस समय भी यही आवाज़ उठती थी कि गरीबों को चौराहे पर मत रोको क्योंकि अभी चेकिंग का कोई मतलब नहीं है.कांग्रेस ने सरकार पर उठाए सवाल
पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने बताया कि जब लॉकडाउन था तो इक्का-दुक्का लोग राशन लेने, जरूरत का सामान लेने के लिए अपनी मोटरसाइकिल से घरों से बाहर निकलते थे. ऐसे लोगों को भी पुलिस कर्मियों ने चेकिंग के दौरान नहीं छोड़ा और उनका समन शुल्क काट दिया. लोगों ने दूसरों से पैसे उधार मांग कर पुलिस का समन शुल्क जमा किया. सरकार ने लोगों को पैसा देने की जगह उनकी जेब से पैसा निकालने का काम किया था. पीसी शर्मा ने यह भी बताया कि जब प्रश्न में इस बात को लेकर पूछा गया कि जो करोड़ों का समन शुल्क वसूला गया, उस राशि को पुलिस वेलफेयर में दिया जाएगा, पुलिस की सुविधाओं के लिए दे दिया जाएगा तो उत्तर मिला कि यह सवाल ही नहीं उठता. उन्होंने कहा कि ये गरीबों की जेब पर डाका था. वहीं बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल का कहना है कि कांग्रेस का काम सिर्फ आरोप लगाने का है. सरकार में रहते हुए कांग्रेस के नेताओं ने जनता के लिए कुछ नहीं किया.
अभी भी चालानी कार्रवाई जारी
भले ही लॉकडाउन सरकार की तरफ से खत्म कर दिया गया है, लेकिन धारा 188 के तहत आज भी चालानी कार्रवाई के तहत समन शुल्क वसूलने का काम जारी है. पुलिस भोपाल शहर के अलग-अलग स्थानों पर चेकिंग पॉइंट लगाकर ट्रैफिक नियमों को तोड़ने के साथ कलेक्टर के आदेशों को नहीं मानने के नियमों के तहत भी कार्रवाई कर रही है. इससे रोजाना लाखों रुपए का समन शुल्क वाहन चालकों से वसूला जा रहा है. कांग्रेस लगातार इस बात का विरोध कर रही है कि लॉकडाउन के बाद जब अनलॉक चल रहा है तो पुलिस को इस तरीके के नियमों के तहत गरीब लोगों से वसूली नहीं करना चाहिए. क्योंकि लोग अपनी जिंदगी को इस कोरोना आपदा के बीच बड़ी मुश्किल से चला रहे हैं.