इंदौर16 मिनट पहले
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युवतियाें से पूछताछ के लिए दो दिन पहले आईबी की 6 सदस्यीय टीम भाेपाल से इंदाैर आई थी।
- बिना पासपोर्ट और वीजा के लाने के बाद गुलाम जैसा रखते हैं, परिजन को फैक्ट्रियों में काम करने का बोलकर वी-कैश एप से बांग्लादेश भेजते हैं रुपया
- चंगुल से छुटी युवतियां बोलीं- एक दिन में 8 काम के 5 से 10 हजार देते, बंधक बनाकर फ्लैट में रखते नहीं सुनने पर सिगरेट से दागते, बेल्ट से पीटते हैं
बांग्लादेश से अवैध तरीके से बार्डर पार करवाकर लाई गई 13 युवतियों के मामले में इंदौर पुलिस ने बांग्लादेश के दूतावास से संपर्क किया है। जल्द ही पुलिस इंदौर के सेक्स रैकेट सरगनाओं के कब्जे से छुड़वाई गई इन युवतियों को उनके घर पहुंचाएगी। यही नहीं इस रैकेट के अलावा पकड़ाए आरोपियों से ये भी जानकारी मिली है कि शहर में सिर्फ बांग्लादेश की नहीं बल्कि रूस व युक्रेन की एस्कार्ट सर्विस भी संचालित हो रही थी। इसे इन्हीं आरोपियों से जुड़े फरार बड़े सरगना संचालित कर रहे थे। दिल्ली के इमिग्रेशन डिपार्टमेंट से डीआईजी ने संपर्क कर ऐसी सर्विस के लिए आई युवतियों की जानकारी ली है और वह इंदौर में कहां ठहरी थी, उनके ठिकाने भी पता किए जा रहे हैं।
डीआईजी हरिनारयणाचारी मिश्र ने बताया कि इंटरनेशनल स्तर पर संचालित हो रहे एस्कार्ट सर्विस के रैकेट से जुड़े कई फरार एजेंटों के बारे में ये जानकारी मिली है कि वे रूस व युक्रेन से भी एस्कार्ट सर्विस के लिए वहां की युवतियों को फ्लाइट के माध्यम से इंडिया बुलाते थे। ये दिल्ली मुंबई से होकर इंदौर पहुंचती थी। इन्हें शहर की कई बड़ी होटलों में या फार्म हाउस पर ठहराया जाता है। डीआईजी ने बताया कि इस गिरोह से जुड़े मुख्य फरार सरगना सागर जैन, रोहन, कपिल, प्रमोद उर्फ बाबा के गिरफ्तार होने के बाद नई जानकारियां सामने आएंगे।
कई लड़कियों के बंधक होने का शक
पुलिस को शंका है कि शहर में सेक्स सर्विस के लिए कई और लड़कियां हैं जो इन एजेंटों ने महिलाओं के सहयोग से बंधक बनाकर रखी हैं। ऐसी सभी महिला-युवतियों को हमारी टीम रेस्क्यू कर छुड़वाने में जुटी है। फिलहाल बांग्लादेश की जिन 13 लड़कियों को रेस्क्यू किया है। उन्हें उनके परिजन तक पहुंचाने के लिए बांग्लादेश के दूतावास में संपर्क किया है। चूंकि कई बिना पासपोर्ट के इंडिया आई हैं। इसलिए इनकी वैधानिक कार्रवाई कर इन्हें दूतावास के जरिए उनके देश भेजा जाएगा।
गिरोह के एजेंट से जुड़े पुलिस कर्मियों पर होगा एक्शन
इधर, डीआईजी हरिनारायणाचारी मिश्र ने स्पष्ट कहा है कि इस गिरोह के फरार एजेंटों के संपर्क में रहने वाले या उनसे सांठ-गांठ करने वाले पुलिसकर्मियों की भी वे खुद जानकारी जुटा रहे हैं। कई नाम डीआईजी तक पहुंचे हैं। उन्होंने कहा है कि ये विभाग की छवि खराब करने वाले लोग हैं इन पर सख्त एक्शन लिया जाएगा। सस्पेंशन के अलावा इन पर वेतन वृद्धी रोकने व बरखास्तगी जैसी कार्रवाई भी सबूत सामने आते ही होगी।