भितरवार20 घंटे पहले
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मंडी कर्मचारियों द्वारा संयुक्त संघर्ष मोर्चा के बैनर तले मंडी मॉडल एक्ट का विरोध किया जा रहा है। मंडी कर्मचारियों का कहना है कि मंडी मॉडल एक्ट में व्यापारियों को मंडी का लाइसेंस देने से मंडियों का निजीकरण हो जाएगा और मंडी में किसान फसल बेचने नहीं आएंगे। इससे आय समाप्त हो जाएगी और उनको वेतन भुगतान और अन्य भत्तों के मिलने में परेशानी आएगी। इसलिए उन्हें राज्य शासन का कर्मचारी मानकर वेतन और अन्य भत्ते दिए जाएं। विरोध के चलते बुधवार
को भी मंडी कर्मचारी हड़ताल पर रहे और मंडी परिसर में धरना देकर बैठे रहे। इस अवसर पर प्रमुख रूप से राहुल शर्मा, महेश प्रसाद गौड़, खेमराज राजे, सुनील अगरेया, नाथू रावत, रमेश बाबू जाटव, माधुरी बघेल, योगेश सिंह यादव, चंद्रभान कुशवाह, जितेंद्र रावत, शिव चौहान आदि मौजूद थे।